मतदान के दौरान कई जगह हुई हिंसा भिड़े तृणमूल व भाजपा कार्यकर्ता
आरामबाग निर्वाचन क्षेत्र के खानाकुल इलाके में मतदान एजेंट को मतदान केंद्रों में प्रवेश करने से रोकने को लेकर तृणमूल और भाजपा समर्थकों के बीच झड़प हो गयी.
कोलकाता. आरामबाग निर्वाचन क्षेत्र के खानाकुल इलाके में मतदान एजेंट को मतदान केंद्रों में प्रवेश करने से रोकने को लेकर तृणमूल और भाजपा समर्थकों के बीच झड़प हो गयी. सुरक्षाकर्मियों ने इलाके से दो देसी बम भी बरामद किये. तृणमूल उम्मीदवार मिताली बाग ने कहा : ””””भाजपा के गुंडों”””” ने इलाके में आतंक फैला दिया है और मतदाताओं को डरा रहे हैं. भाजपा उम्मीदवार अरूप कांति दीगर ने आरोपों को खारिज करते हुए तृणमूल पर आरोप लगाया कि तृणमूल के कार्यकर्ताओं ने चुनाव के दिन हिंसा की. हावड़ा निर्वाचन क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों से हिंसा की छिटपुट घटनाएं सामने आयीं. हावड़ा के लिलुआ इलाके में भाजपा ने तृणमूल कार्यकर्ताओं पर बूथ जाम करने का आरोप लगाया जिससे दोनों समूहों के बीच झड़प हुई. बनगांव निर्वाचन क्षेत्र के गायेशपुर इलाके में स्थानीय भाजपा नेता सुबीर विश्वास को एक बूथ के बाहर कथित तौर पर तृणमूल के गुंडों ने पीटा. बाद में उन्हें अस्पताल ले जाया गया. इसी निर्वाचन क्षेत्र के कल्याणी इलाके में केंद्रीय मंत्री और भाजपा उम्मीदवार शांतनु ठाकुर ने एक मतदान केंद्र के अंदर एक व्यक्ति को अपने प्रतिद्वंद्वी तृणमूल उम्मीदवार विश्वजीत दास के पहचान पत्र का उपयोग करते हुए पकड़ा. बाद में उस व्यक्ति को केंद्रीय बलों द्वारा बूथ से हटा दिया गया. कुछ इलाकों में तृणमूल कार्यकर्ताओं ने यह आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया कि केंद्रीय बल हुगली के कुछ बूथों पर मतदाताओं को डराने-धमकाने में भाजपा कार्यकर्ताओं की मदद कर रहे थे. आइएसएफ के कैंप में तोड़फोड़: जेबीपुर विधानसभा अंतर्गत दक्षिण संतोषपुर मिद्ददेपाड़ा में आइएसएफ के कैंप में तोड़फोड़ और कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की गयी. तोड़फोड़ और मारपीट का आरोप तृणमूल कांग्रेस पर है. हालांकि तृणमूल ने इस घटना से इनकार किया है. तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि माकपा और आइएसएफ कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट हुई है. तृणमूल का इससे कोई लेना-देना नहीं है.
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