दो मई से घर-घर जाकर वोट लेंगे अफसर, मिलेगा बैलट पेपर से वोट देने का मौका
चुनाव. अनुपस्थित मतदाताओं से वोट जुटाने को लेकर अधिकारियों को दिया गया प्रशिक्षण
आसनसोल.
आसनसोल लोकसभा सीट पर चौथे चरण में 13 मई को मतदान से पहले 85 वर्ष से अधिक ऊम्रवाले 1871 और 40 फीसदी से अधिक दिव्यांग 1670 मतदाताओं का वोट उनके घर में जाकर संग्रह करने को लेकर अधिकारियों को मंगलवार को प्रशिक्षण दिया गया. यह 3541 मतदाता खुद को मतदान केंद्र में जाकर वोट डालने में असमर्थता जाहिर करते हुए चुनाव आयोग से घर में ही वोट डालने की प्रक्रिया के तहत आवेदन किया था. जिसके उपरांत इनका वोट घर से संग्रह करने का कार्य शुरू हुआ. दो मई से अधिकारी घर-घर जाकर इनलोगों का वोट संग्रह करेंगे. हर विधानसभा क्षेत्र में दो दिन करके मतदान संग्रह करने का कार्य चलेगा. आठ मई तक कार्य समाप्त करना होगा. आसनसोल सदर महकमा शासक कार्यालय में आयोजित इस प्रशिक्षण में महकमा शासक विश्वजीत भाट्टाचार्य अन्य अधिकारी उपस्थित थे.बनायी गयीं 142 टीमें, जो लोगों के घर से जुटायेंगी वोट
लोकसभा चुनाव में 85 वर्ष से उपर और 40 फीसदी से अधिक दिव्यांगों को घर बैठे ही मतदान करने का प्रावधान चुनाव आयोग ने बनाया है. जिसमें उक्त मतदाताओं को चुनाव आयोग का फॉर्म 12डी में आवेदन करना होता है. मतदाता सूची के आधार पर उक्त वोटरों के घर-घर जाकर बूथ स्तर के अधिकारी (बीएलओ) उनसे यह फॉर्म भरवाते हैं. जिसके आधार पर ही उन्हें घर बैठे मतदान करने का अधिकार मिलता ही. इन्हें मतदान कराने के लिए ””पोलिंग टीम फॉर एबसेंटी वोटर”” का गठन किया जाता है. आसनसोल लोकसभा सीट के लिए उक्त मतदाताओं से वोट संग्रह करने के 142 टीम तैयार किया गया है. हर टीम में एक माइक्रो ऑब्जर्वर, एक पोलिंग अधिकारी, एक वीडियोग्राफर और केंद्रीय बल के जवान तैनात रहेंगे.दिव्यांग और 85 वर्ष से ज्यादा के वोटर बैलट पेपर से दे पायेंगे वोट
आसनसोल लोकसभा सीट अंतर्गत सात विधानसभा क्षेत्रों में कुल 3541 वोटर घर बैठे बैलट पेपर पर मतदान करेंगे. पोलिंग टीम इनके घर मतपेटी लेकर जाएगी. मतदाता को बैलट पेपर दिया जायेगे. उनके घर में ही बॉक्स की घेराबंदी लगाकर गुप्त रूप से मतदान करने का मौका दिया जाएगा. बैलट पेपर पर मुहर लगने के बाद उसे एक लिफाफा में भर कर सील किया जाएगा और फिर उसे मतपेटी में डाल दिया जाएगा. इस पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग की जाएगी कि मतदाता को स्वतंत्र होकर मतदान करने का जो मौका बूथ पर मिकता वही मौका घर पर मिला. मतदाता निडर होकर अपना मताधिकार का प्रयोग कर पाएंगे. इस पूरी प्रक्रिया को कैसे सुचारू रूप से सम्पन्न किया जाए, इसे लेकर मंगलवार को अधिकारियों को मास्टर ट्रेनर अनुज चक्रवर्ती ने प्रशिक्षण दिया.
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