कोलकाता. रैगिंग की घटनाओं से सबक लेते हुए अब जादवपुर यूनिवर्सिटी (जेयू) ने छात्रावासों को अलग-अलग कर दिया है. कैंपस के मेन हॉस्टल में केवल तीसरे वर्ष के छात्रों के ही रहने की व्यवस्था होगी. प्रथम वर्ष और द्वितीय वर्ष के छात्रों के लिए मुख्य कैंपस में अलग-अलग हॉस्टल तय किये गये हैं. जादवपुर विश्वविद्यालय के मेन हॉस्टल में केवल तीसरे वर्ष या उससे अधिक सीनियर श्रेणी के छात्र ही रह सकेंगे. जेयू के अंतरिम कुलपति भास्कर गुप्ता ने बताया कि सभी हॉस्टलों में सीसीटीवी लगाने के साथ नियमित निरीक्षण भी किया जायेगा. प्रत्येक वर्ष के लिए छात्रावास वार्डन की नियुक्ति जेयू के शिक्षकों में से की जायेगी. यूजीसी द्वारा जारी दिशानिर्देशों के अनुसार काम किया जायेगा. प्रथम वर्ष के एक छात्र की मौत और छात्रावासों में अराजकता की कई शिकायतों के बाद अब जेयू अधिकारियों को ज्यादा सतर्क किया गया है. मुख्य छात्रावास के ए1 और ए2 ब्लॉक में तीसरे और चौथे वर्ष के छात्र रह सकेंगे. बी, सी और डी ब्लॉक में स्नातकोत्तर छात्र रह सकेंगे. इस तरह, मेन हॉस्टल में केवल वरिष्ठ छात्र ही रह सकेंगे. जूनियर छात्रों को मुख्य परिसर में ठहराया जायेगा. मुख्य परिसर में पुराने पीजी और नये ब्लॉक के छात्रावासों को पहले वर्ष के छात्रों के लिए पहले ही चिह्नित किया जा चुका है. नये छात्रों का पहला बैच, दूसरे वर्ष के छात्र और दिव्यांग छात्रों को भी मुख्य परिसर, न्यू बॉयज हॉस्टल और जेपी जेयू क्वार्टर में ठहराया जायेगा, जो यूनिवर्सिटी के कैंपस में ही है. ध्यान रहे कि 24 जुलाई को लैपटॉप चोरी करने के आरोप में स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष के एक छात्र को मुख्य छात्रावास में कथित तौर पर परेशान और अपमानित किया गया था. छात्र को संदिग्ध पैनिक अटैक आने के बाद अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था, क्योंकि छात्रों के एक बड़े समूह ने कथित तौर पर उस पर हमला कर दिया था. पिछले साल नौ अगस्त को जेयू के एक प्रथम वर्ष के छात्र को कथित तौर पर मुख्य छात्रावास की दूसरी मंजिल की बालकनी से फेंक दिया गया था. 10 अगस्त की सुबह उसकी मौत हो गयी थी. वीसी ने बताया कि हमारे पास छात्रावास के वॉर्डन भी होंगे. कंप्यूटर साइंस के प्रोफेसर दिगंत साहा को प्रथम वर्ष के छात्रावासों का वाॅर्डन नियुक्त किया गया है. अन्य बैच के लिए अलग छात्रावास वाॅर्डन होंगे. विश्वविद्यालय ने अपने सभी परिसरों के लिए आठ वाॅर्डन नियुक्त करने के लिए नोटिस जारी किया है. छात्रावास अधीक्षक अभी भी वहां रहेंगे और दिन-प्रतिदिन के कामों को देखेंगे. वार्डन छात्रों के लिए एक मार्गदर्शक की तरह काम करते हुए समग्र प्रभार संभालेंगे. शारीरिक शिक्षा विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर श्रीदीप चटर्जी विशेष कार्य अधिकारी के रूप में कार्यभार संभाल रहे हैं. वह परिसर और छात्रावासों के प्रशासनिक मामलों को देखेंगे. जेयू छात्रावासों के गलियारों और अन्य स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की गयी है.
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