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लाभपुर में बाढ़ के हालात, जिला परिषद सभाधिपति मौके पर पहुंचे

जिले में अत्यधिक बारिश के कारण लाभपुर में कुएं नदी में पानी बढ़ने के बाद तटबंध टूटने से थीबा क्षेत्र के कई गांव जलमग्न हो गये हैं. निवासी डर के साये में दिन गुजार रहे हैं. शनिवार देर रात को कूराकुला गांव में कुएं नदी का तटबंध टूट गया था.

By Prabhat Khabar News Desk | August 4, 2024 9:30 PM

बीरभूम.

जिले में अत्यधिक बारिश के कारण लाभपुर में कुएं नदी में पानी बढ़ने के बाद तटबंध टूटने से थीबा क्षेत्र के कई गांव जलमग्न हो गये हैं. निवासी डर के साये में दिन गुजार रहे हैं. शनिवार देर रात को कूराकुला गांव में कुएं नदी का तटबंध टूट गया था. स्थानीय ग्रामीणों और सिंचाई विभाग के कर्मचारी तुरंत तटबंध के निर्माण में जुट गये. कंदारकुला गांव से बागसीना तक सड़क पर पानी बह रहा है. इससे किरनाहार और लाभपुर के 15 गांवों के बीच आवागमन बंद हो गया. सभी को करीब 15 किमी घूम कर अपने गांव जाना होगा. पानी बढ़ने से कंदारकुला, जयचंद्रपुर, चतुर्भुजपुर समेत कई गांव पानी में डूब गये. नदी में पानी और बढ़ने पर कई गांव बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं. लाभपुर विधायक अभिजीत सिंह, बीडीओ शिशुतोष प्रमाणिक समेत पंचायत समिति सदस्यों ने रविवार की सुबह गांवों का दौरा किया. अभिजीत सिंह ने कहा कि गांव बहुत खतरनाक स्थिति में हैं. हालात से निपटने के लिए जनप्रतिनिधि, ग्रामीण और सिंचाई विभाग के अधिकारी मिलकर इंतजाम कर रहे हैं. किरनाहार और थीबा में राहत केंद्र पहले ही खोले जा चुके हैं. पीड़ितों को राहत केंद्रों तक ले जाने के लिए व्यवस्था की गयी है. स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार से शनिवार तक कुएं नदी में सात से आठ फीट पानी बढ़ गया है. स्थानीय निवासियों ने बताया कि वे दहशत में हैं, स्थिति गंभीर है. खेत में लगी धान को भी नुकसान हुआ है. नदी का पानी बढ़ रहा है. संचार व्यवस्था बाधित है. बच्चे परीक्षा देने नहीं जा पा रहे हैं.

लोगों को राहत शिविरों में भेजा गया

दोपहर को इलाके का बीरभूम जिला परिषद सभाधिपति काजल शेख ने दौरा किया. उन्होंने ग्रामीणों से बात की. उन्होंने कहा कि जिला अधिकारी आपदा से निपटने के लिए तैयार हैं. तिलपाड़ा बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण निचली नदियों सहित कई नदियों में समस्या पैदा हो गयी है.

प्रशासन की ओर से सभी तरह के कदम उठाये गये हैं. गौरतलब है कि शुक्रवार को मयूराक्षी नदी के तिलपाड़ा बैरेज से पांच हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था. रविवार सुबह कुंए नदी का जलस्तर 3808.75 क्यूसेक था, रात 11 बजे 3794.35 क्यूसेक हो गया. वहीं बीरभूम के कुछ इलाकों में घने बादल अब भी छाये हुए हैं. अगर फिर से बारिश होने लगी तो स्थिति भयावह हो सकती है. हालांकि सुबह से ही ग्रामीणों को रेस्क्यू कर स्थानीय स्कूल में रखा गया है. थीबा क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष और अन्य अधिकारी मौके पर मौजूद हैं.

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