बांग्लादेशियों को शरण देने वाले मुद्दे पर सीएम ने विदेश मंत्रालय को दी नसीहत
कोलकाता. मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने हिंसा प्रभावित बांग्लादेश के शरणार्थियों को आश्रय देने की उनकी टिप्पणी पर आपत्ति जताने के लिए विदेश मंत्रालय पर पलटवार किया है. ममता बनर्जी ने शुक्रवार को संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि वह संघीय ढांचे को अच्छी तरह से जानती हैं. वह सात बार सांसद और दो बार केंद्रीय मंत्री रह चुकी हैं और विदेश मंत्रालय की नीतियों को किसी और से बेहतर जानती हैं. उन्हें मुझे सबक नहीं सिखाना चाहिए. उन्हें हमसे सीखना चाहिए.
गौरतलब है कि नौकरी में आरक्षण के विरोध को लेकर बांग्लादेश में हुईं हिंसक झड़पों के बाद ममता बनर्जी ने संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव के तहत बांग्लादेशी शरणार्थियों को आश्रय प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता के बारे में बात की थी. उन्होंने तृणमूल कांग्रेस की ””शहीद दिवस”” सभा में कहा था कि अगर असहाय लोग बंगाल के दरवाजे पर दस्तक देंगे, तो हम निश्चित रूप से उन्हें आश्रय देंगे.
मुख्यमंत्री के इस बयान पर बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने बनर्जी की टिप्पणियों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए राजनयिक चैनलों के माध्यम से कहा कि उनकी टिप्पणियां भ्रम पैदा कर सकती हैं और जनता को गुमराह कर सकती हैं.
विदेश मंत्रालय ने पुष्टि की कि उसे ममता बनर्जी की टिप्पणी पर ढाका से एक लिखित आपत्ति मिली है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि विदेशी संबंधों से जुड़े मामले केंद्र सरकार का विशेषाधिकार है.
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