पश्चिम बंगाल विधानसभा उपचुनाव : कांग्रेस ने रायगंज से मोहित सेन गुप्ता और बागदा से अशोक हलदर को दिया टिकट
कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में हो रहे विधानसभा उपचुनाव के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. पार्टी ने रायगंज सीट से मोहित सेन गुप्ता और बागदा से अशोक हलदर को मैदान में उतारा है.
पश्चिम बंगाल में विधानसभा की दो सीटों के उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आदेश के बाद रायगंज से मोहित सेन गुप्ता और बागदा से अशोक हलदर के नामों की घोषणा कर दी गई है.
8 जुलाई को होने हैं उपचुनाव
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल की चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं. इनमें रायगंज, बागदा, मानिकतल्ला और राणाघाट दक्षिण की सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं. इन सीटों पर नामांकन करने की अंतिम तारिख 21 जून है.वहीं 26 जून को उम्मीदवारों के नामांकन लेने की अंतिम तिथि है. चुनाव आयोग ने उपचुनाव के लिए सारी तैयारियां कर ली है. बंगाल में चुनाव के दौरान हिंसा की रिवायत को देखते हुए केंद्र बलों की तैनाती की जाएगी. सूत्रों की मानें तो केंद्रीय बलों की 55 कंपनियां तैनात रहेगी. वोटों की गिनती 13 जुलाई को होगी.
क्यों हो रहे हैं उपचुनाव
कोलकाता के मानिकतल्ला में तृणमूल कांग्रेस के विधायक साधन पांडे के निधन के बाद यह सीट खाली हो गई थी. वहीं रायगंज से बीजेपी विधायक कृष्ण कल्याणी, बागदा से बीजेपी के विश्वजीत दास और राणाघाट दक्षिण से बीजेपी विधायक मुकुट मणि अधिकारी ने इस्तीफा देकर तृणमूल ज्वाइन कर लिया था. तीनों ने इस्तीफा देने के बाद तृणमूल के टिकट से लोकसभा चुनाव लड़ा. लेकिन तीनों नेताओं को हार का सामना करना पड़ा.
बीजेपी ने इन्हें उतारा मैदान में
विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी ने कोलकाता के मानिकतला निर्वाचन क्षेत्र से कल्याण चौबे भट्टाचार्य, उत्तर दिनाजपुर जिले की रायगंज सीट से मानस कुमार घोष, नदिया जिले की राणाघाट दक्षिण (सुरक्षित) सीट से मनोज कुमार विश्वास और बागदा (सुरक्षित) सीट से बिनय कुमार विश्वास को मैदान में उतारा है.
लोकसभा में बीजेपी को मिली थी करारी शिख्स्त
हाल में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बंगाल में करारी हार का सामना करना पड़ा था. 42 लोकसभा सीटों में बीजेपी को सिर्फ 12 सीटों पर जीत मिली थी वहीं टीएमसी ने 29 सीटों पर विजय प्राप्त की थी. कांग्रेस के सिर्फ 1 सीट प जीत मिली थी. कांग्रेस से बंगाल अध्यक्ष और लोकसभा में विपक्ष के तत्कालीन नेता अधीर रंजन चौधरी को भी हार का सामना करना पड़ा था.
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