West Bengal : सुंदर वन में बाघों की संख्या जानने के लिए वन विभाग कर रहा है यह काम

West Bengal : वनकर्मी 21 नवंबर से जंगल में कैमरे लगाने का काम शुरू कर देंगे. इसे 26 तारीख तक पूरा करने का लक्ष्य लिया गया है.

By Shinki Singh | November 16, 2024 4:19 PM

West Bengal : सुंदरवन में बाघों की सटीक संख्या जानने के लिए कैमरा ट्रैपिंग का काम 30 के बजाय 45 दिनों तक जारी रहेगा. तस्वीरें लेने के लिए 1444 कैमरे लगाए जाएंगे. पिछली बार की तुलना में यह संख्या नहीं बदली है. कुल मिलाकर यह कैमरा 4100 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में हर समय सुंदरवन के राजा की गतिविधियों को कैद करेगा. वे किस क्षेत्र में क्या कर रहे हैं रिकार्ड किया जाएगा. सुंदरवन में बाघों की गिनती की प्रक्रिया अगले सप्ताह से शुरू होगी. इस बीच 1 दिसंबर से सुंदरवन टाइगर प्रोजेक्ट का जंगल मंगलवार की बजाय शुक्रवार को पर्यटकों के लिए बंद रहेगा.

तस्वीरें लेने को लगाए जाएंगे 1444 कैमरे

सुंदरवन टाइगर रिजर्व के एक अधिकारी ने बताया कि जंगल के एक बड़े हिस्से को कैमरों की नजर से कवर किया जाएगा. बाघों की अधिक तस्वीरें कैद करने के लिए कैमरे को 45 दिनों तक जंगल में रखा जाएगा. उदाहरण के तौर पर उन्होंने कहा कि हो सकता है कि जिस जगह पर कैमरा लगा हो, वहां 30 दिनों तक बाघ नहीं आया हो. बाद में वहां बाघ दिखाई दे. तब उसकी तस्वीर खींची जाएगी. इस प्रकार, यदि हमारे पास अतिरिक्त जानकारी है, तो इसकी समीक्षा करना सुविधाजनक होगा.

एक दिसंबर से शुक्रवार को बंद रहेगा जंगल

इसके अलावा, इस कैमरे की बैटरी लाइफ शुरू से 45 दिनों तक की है. वन अधिकारी इस पूरे समय का उपयोग करना चाहते हैं. पिछली बार की तरह इस बार भी जंगली बिल्ली, जंगली सूअर और अन्य जानवरों की तस्वीरें कैद हो जाएंगी. जिसकी बाद में समीक्षा की जाएगी. यह निर्णय लिया गया है कि यह गणना दक्षिण 24 परगना क्षेत्रीय वन विभाग और सुंदरवन बाघ परियोजना के तहत जंगलों में एक साथ की जाएगी.

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वनकर्मी 21 नवंबर से जंगल में कैमरे लगाने का काम कर देंगे शुरू

वनकर्मियों को कैमरे लगाने के तरीके के बारे में व्यापक प्रशिक्षण दिया जाएगा. सूत्रों के मुताबिक वनकर्मी 21 नवंबर से जंगल में कैमरे लगाने का काम शुरू कर देंगे. इसे 26 तारीख तक पूरा करने का लक्ष्य लिया गया है. हालांकि, कैमरे छोटे एरिया पर लगेंगे या बड़े एरिया पर वो लगाने के लिए बैठक बुलाई गई है. सुंदरवन टाइगर प्रोजेक्ट और डीएफओ विभाग इसे ठीक करेंगे.

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