बर्दवान/पानागढ़.
पूर्व बर्दवान जिले के आउसग्राम थाना इलाके के छोड़ा ग्राम स्थित आदिवासी पाड़ा में पत्नी के किसी अन्य के साथ अवैध संबंध होने के संदेह में पति ने अपनी पत्नी और सास पर धारदार हथियार से हमला किया. इस घटना में रक्त रंजित अवस्था में अस्पताल ले जाने पर चिकित्सकों ने सास मुंगली मुर्मू (65) को मृत घोषित किया. वही पत्नी सुकती सोरेन (46) को गंभीर हालत में बर्दवान मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है. इस घटना को अंजाम देने के बाद पति सोमनाथ सोरेन (47) का गांव के बाह पेड़ से झूलता शव पुलिस ने बरामद किया. पुलिस का प्राथमिक अनुमान है कि पत्नी और सास पर हमला कर सोमनाथ ने गले में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. बुधवार सुबह से ही गांव में मातम पसर गया है. घटना को लेकर इलाके में सनसनी फैल गयी है. पुलिस ने शवों को बरामद कर उन्हें पोस्टमार्टम के लिए बर्दवान मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल भेज दिया है. घटना को लेकर पुलिस ने बताया कि छोड़ाग्राम निवासी सोमनाथ सोरेन अपनी पत्नी पर संदेह करता था. इसके पहले भी पत्नी के साथ गांव के अन्य युवक के साथ अवैध संबंध की शिकायत उसे मिली थी. इस मामले पर गांव में सालिसी सभा भी हुई थी. जिसके बाद सोमनाथ सोरेन छोड़ाग्राम से कुछ दूरी पर ही गोपाल नगर ग्राम ने अकेले रहने लगा. मंगलवार देर रात सोमनाथ अपने ससुराल पहुंचा जहां उसकी पत्नी सुकती सोरेन और घर में ही मौजूद सास मुंगली मुर्मू सो रही थीं. उसने धारदार हथियार से हमला कर दिया. रक्तरंजित अवस्था में दोनों घायलों को परिवार और पड़ोस के लोग ब्लॉक अस्पताल ले गये जहां चिकित्सकों ने सास को मृत घोषित कर दिया. वहीं सुकती सोरेन को गंभीर हालत में बर्दवान सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. इस घटना को अंजाम देने के बाद सोमनाथ सोरेन रात में ही घर से भाग गया. बुधवार सुबह गांव के बाहर एक पेड़ से फंदे के सहारे सोमनाथ का झूलता हुआ शव पुलिस ने बरामद किया. पुलिस ने बताया कि सोमनाथ को अपनी पत्नी पर शक था. इसी शक के चलते करीब छह माह पहले परिवार को छोड़कर वह गांव से चला गया था. सोमनाथ बीती रात फिर घर लौटा और इस घटना को अंजाम दिया. सोमनाथ सोरेन टिन और एस्बेस्टस की छत के निर्माण का काम करता था. उनके दो बेटे विजय और सोमलाल शादीशुदा हैं. उसी मोहल्ले में सोमनाथ का ससुराल है. स्थानीय सूत्रों के अनुसार, सोमनाथ करीब छह महीने तक गोपालनगर गांव में अकेले रह रहा था. कुछ स्थानीय लोगों का दावा है कि उसकी पत्नी का पास के गांव के एक व्यक्ति के साथ विवाहेतर संबंध था. आदिवासी पाड़ा में मोड़ल के साथ एक मध्यस्थता बैठक भी आयोजित की गयी थी. लेकिन फैसला सोमनाथ के ख़िलाफ गया था. उसके बेटों ने भी मां का ही पक्ष लिया था. तभी से सोमनाथ ने घर छोड़ दिया और गोपालनगर गांव में अकेले रहने लगा. जानकारी के मुताबिक, सोमनाथ के ससुराल में एक रिश्तेदार की शादी थी. पत्नी सास के साथ रहती थी. मंगलवार रात करीब 11.30 बजे जब सभी सो रहे थे तभी सोमनाथ हथियार लेकर ससुराल में घुस गया और सास व पत्नी पर हमला कर दिया. कुछ महिलाएं जाग गयीं लेकिन सोमनाथ का भयावह रूप देख वे सहम गयीं. रात में पुलिस सोमनाथ की तलाश कर रही थी. पुलिस ने सुबह सोमनाथ का फंदे लटकता हुआ शव बरामद किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है