टेलीकॉम कंपनी एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने हाल ही में अपने टैरिफ की कीमतें बढ़ाई हैं. लेकिन अब टैरिफ प्लान्स को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. दोनों ही कंपनियों ने कुछ ऐसे टैरिफ प्लान पेश किये हैं जो महंगे होने के साथ-साथ नंबर पोर्टेबिलिटी की सुविधा में भी रोड़ा अटका रहे हैं.
नंबर पोर्टेबिलिटी के इच्छुक ग्राहकों को अपने मोबाइल नंबर से एक SMS भेज कर नंबर पोर्टेबिलिटी रिक्वेस्ट जेनरेट करनी पड़ती है. बिना पोर्टेबिलिटी रिक्वेस्ट जेनरेट किये, नंबर पोर्ट नहीं हो सकता. वोडा-आइडिया और एयरटेल के कुछ नये टैरिफ प्लान्स में आउटगोइंग SMS की सुविधा ही नहीं है.
Also Read: 5G Testing: वोडा-आईडिया ने हासिल की 4Gbps इंटरनेट स्पीड
वोडा-आइडिया और एयरटेल के ‘नो आउटगोंइंग SMS’ वाले प्लान्स के ग्राहक, पोर्टिंग के लिए जरूरी SMS नहीं भेज सकते. उनके पास बस दो विकल्प बचते हैं. पहला- कोई ऐसा महंगा प्लान खरीदें जिसमें SMS की सुविधा हो और दूसरा- नंबर पोर्टेबिलिटी का आइडिया छोड़कर अपनी इच्छा के विपरीत पुरानी कंपनी के साथ बने रहें.
वोडा-आइडिया की बात करें, तो उसके 179 रुपये वाले प्लान में SMS की सुविधा है तो अगर ग्राहक नंबर पोर्ट करवाना चाहता है, तो उसे कम से कम 179 रुपये वाला प्लान खरीदना पड़ेगा. ग्राहकों के अधिकारों के लिए लड़ने वाली संस्था टेलीकॉम-वॉचडॉग ने इसे कंपनियों की चालबाजी और ग्राहकों के साथ अन्याय करार दिया है.
Also Read: 5G In India: चीन की इस स्मार्टफोन निर्माता कंपनी ने भारत में की पहली 5जी कॉल
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ‘नो आउटगोंइंग SMS’ वाले प्लान्स की कीमतें कम हैं और इन्हें आमतौर पर लो इनकम ग्रुप के ग्राहक इस्तेमाल करते हैं. 2जी नेटवर्क का उपयोग करने वाले ग्राहक भी इसी इनकम ग्रुप से आते हैं.
ट्राई को लिखे पत्र में टेलीकॉम-वॉचडॉग के सेक्रेटरी विक्रम मित्तल ने वोडा-आइडिया की शिकायत करते हुए लिखा कि वोडाफोन आइडिया ने SMS सर्विस को बड़ी चालाकी से 179 रुपये वाले प्लान में शिफ्ट कर दिया है. अब अगर कम कीमत वाले टैरिफ प्लान इस्तेमाल करने वाला कोई ग्राहक नंबर पोर्ट करवाना चाहता है तो उसे अतिरिक्त 179 रुपये खर्च करने पड़ेंगे.
Also Read: BSNL का बंपर रीचार्ज प्लान! 36 रुपये में कॉलिंग डेटा सबकुछ, Jio Airtel Vi भी पीछे छूटे
मित्तल ने आगे कहा कि हम बेहद आश्चर्यचकित हैं कि वोडा-आइडिया के इस कदम को किसी ने नोटिस नहीं किया और न ही ट्राई ने ग्राहकों के हित में कोई एक्शन लिया है. SMS सर्विस सबसे कम कीमत के प्लान में भी होनी ही चाहिए. हम ट्राई से प्रार्थना करते हैं कि वह कंपनी के इन गलत कदमों पर तुरंत रोक लगाए.
ट्राई के आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर 2021 में ही देश में 1 करोड़ से अधिक टेलीकॉम ग्राहकों ने नंबर पोर्टेबिलिटी के लिए रिक्वेस्ट किया था. टेलीकॉम कंपनियों का यह कदम लाखों ग्राहकों पर सीधा असर डाल सकता है.
Also Read: Jio vs Vi vs Airtel: 4G डाउनलोड स्पीड में जियो टॉप पर, जानें दूसरी कंपनियों का हाल
विशेषज्ञों के मुताबिक, रिलायंस जियो लगातार वोडा-आइडिया और एयरटेल के लो-इनकम ग्रुप वाले 2जी ग्राहकों को अपने 4जी नेटवर्क की तरफ लगातार खींच रहा है. दोनों कंपनियों ने नये ‘नो आउटगोंइंग SMS’ टैरिफ प्लान ला कर पिछले दरवाजे से इसे रोकने की कोशिश की है.
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगर ग्राहक पोर्ट करवाना चाहता है तो उसे अपने पुराने प्लान की वैधता खत्म होने से पहले ही पोर्ट की अर्जी दे देनी चाहिए.
Also Read: 4GB डेली डेटा वाला Vi का यह प्लान है Jio और Airtel के रीचार्ज से सस्ता