रांची : भारत में महंगी और लग्जरियस कारों के शौकीनों की कमी नहीं है. फैशन और टेक्नोलॉजी की तरह कारों के मॉडल्स भी तेजी से बदल जाते हैं और 10 साल पहले बाजार में धूम बचाने वाले कारों के मॉडल्स आउटडेटेड हो जाते हैं. हालांकि, वे कारें डिजाइन लैंग्वेज और अपने जमाने की शान-ओ-शौकत का एहसास जरूर कराती रहती हैं. यह बात दीगर है कि इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के जमाने में वे कारें आज आउटडेटेड भले ही हो गई हों, लेकिन आज भी उनका क्रेज कम नहीं हुआ है. खासकर, जब कारों की बात आती है, तो विंटेज कार (vintage car) आज भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित किए बिना नहीं रहती है. चाहे वह उसके डिजाइन की बात हो या फिर कलर्स की, सड़क पर निकलते ही यह अपनी खासियत की एहसास करा ही देती है. हम आपको यह बताने जा रहे हैं कि भारत में बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन से लेकर ‘कैप्टन कूल’ के नाम से विख्यात टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी जैसे आठ ऐसी हस्तियां हैं, जिनके पास ये विंटेज कारें अब भी मौजूद हैं. आइए जानते हैं…
हिंदी के प्रख्यात कवि डॉ हरिवंश राय बच्चन के प्रथम सुपुत्र और बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन को भला इस संसार में कौन नहीं जानता है? हालांकि, आपको बता दें कि अमिताभ बच्चन को ऑस्ट्रेलिया के एक विश्वविद्यालय ने डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान की थी. इससे पहले, उत्तर प्रदेश के झांसी की एक यूनिवर्सिटी ने वर्ष 2004 में डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान की थी. इसके बाद ब्रिटेन की डे मोंटफोर्ट यूनिवर्सिटी, लीड्स मेट्रोपोलिटन यूनिवर्सिटी, ऑस्ट्रेलिया की क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी, जोधपुर नेशनल यूनिवर्सिटी, मिस्र के कायरो की अकादमी ऑफ आर्ट्स यूनिवर्सिटी ने डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान की. बावजूद इसके वे अपने नाम के आगे डॉक्टर (डॉ अमिताभ बच्चन) शब्द लिखना पसंद नहीं करते. इसका कारण यह है कि उनके पिता डॉ हरिवंश राय बच्चन अपने अध्ययन और मेहनत की बदौलत डॉक्टरेट की उपाधि हासिल की थी और वे यह मानते हैं कि उनके पिता के डॉक्टरेट की उपाधि के आगे उनकी उपाधि मायने नहीं रखती, क्योंकि उन्हें अपने माता-पिता, देश और हिंदी से अधिक लगाव है. ऐसी शख्सियत के पास विंटेज कार का फोर्ड प्रीफेक्ट मॉडल है.
One of the craziest passion i have seen in a person. What a collection and what a man MSD is . A great achiever and a even more incredible person. This is a glimpse of his collection of bikes and cars in his Ranchi house.
Just blown away by the man and his passion @msdhoni pic.twitter.com/avtYwVNNOz— Venkatesh Prasad (@venkateshprasad) July 17, 2023
मीडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) को साल 2022 में विंटेज कार का फोर्ड प्रीफेक्ट मॉडल हाथ लगा. हालांकि, यह कार कभी अमिताभ बच्चन के परिवार का हिस्सा हुआ करती थी. जिस वक्त उनके हाथ में यह कार आई, उसे देखकर वह दंग रह गए. इसका कारण यह है कि यह कार उनके और उनके परिवार के लिए बहुत इमोशनल वैल्यू रखता है. फोर्ड प्रीफेक्ट उनके परिवार के इतिहास का एक कीमती टुकड़ा है और उनके गैरेज में इसकी उपस्थिति ने ही उन्हें चौंका दिया था.
दरअसल, बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन को उनके सबसे करीबी मित्र अनंत गोयनका ने फोर्ड प्रीफेक्ट विंटेज कार गिफ्ट में दी थी. अनंत जानते थे कि बच्चन परिवार के पास फोर्ड प्रीफेक्ट कार थी और यह कार अमिताभ बच्चन के लिए खास थी. इसका कारण यह है कि यह विंटेज कार बच्चन परिवार की पहली कार थी. यह कार मूल रूप से 1950 के दशक में खरीदी गई थी. उस जब बच्चन परिवार उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में रहता था, जिसका नाम बदलकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज कर दिया है. फोर्ड प्रीफेक्ट एक कार है जो फोर्ड की ब्रिटिश वाहनों की सीरीज से संबंधित है. इसे 1938 से 1961 तक फोर्ड यूके बनाती थी और यह फोर्ड एंग्लिया और लोकप्रिय मॉडल का एक अपडेटेड वर्जन था. दुनिया भर में Ford Prefect की केवल 2 लाख यूनिट्स बेची गईं, और यह 1.2-लीटर पेट्रोल इंजन और 3-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स से लैस थी.
बॉलीवुड में ‘ही-मैन’ के नाम से प्रसिद्ध सुपर स्टार धर्मेंद्र के पास फिएट 1100 है. मीडिया की रिपोर्ट्स में बताया जाता है कि फिएट 1100 उनके जीवन की पहली कार थी, जिसे उन्होंने बॉलीवुड में आने के बाद अपनी कमाई से खरीदा था. वे आज भी इस कार को संजोकर रखते हैं. इस साल की मई में बॉलीवुड के ही-मैन ने सोशल मीडिया पर कारों में अपनी पहली पंसद की तस्वीर को पोस्ट किया था. आपको बता दें कि फिएट 1100 करीब 60 साल से अधिक पुरानी कार है. धर्मेंद ने इस कार को वर्ष 1960 में खरीदी थी. इसका मतलब है कि वे अपनी इस कार को करीब 63 साल से संभालकर रखे हुए हैं. उस समय, धर्मेंद्र ने इस कार को मात्र 18000 रुपये में खरीदी थी. उन दिनों 18000 रुपये के मायने थे और उन दिनों भारत में फिएट 1100 को लॉन्च ही किया गया था. धर्मेंद्र की 1100 में स्लीक ब्लैक और ब्रॉन्ज थीम है.
पिछले साल अगस्त में, जब भारत के कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की, तो उन्होंने खुद को एक रहस्यमय पोंटियाक फायरबर्ड भी उपहार में दिया. आपको बता दें कि कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी कार और मोटरसाइकिलों के काफी शौकीन हैं. उनके पास रोल्स रॉयस से लेकर विंटेज कार और मोटरसाइकिलों का जखीरा है. पोंटियाक फायरबर्ड 1967 से 2002 तक निर्मित एक अमेरिकी ऑटोमोबाइल कंपनी थी. वर्ष 1967-1969 तक निर्मित पहली पीढ़ी के पोंटियाक फायरबर्ड की बॉडी शैली को ‘कोक बोतल शैली’ कहा जाता था, जिसे फायरबर्ड के चचेरे भाई शेवरले केमेरो के साथ शेयर किया गया था. पोंटियाक फायरबर्ड्स की दूसरी पीढ़ी 1970-1981 तक बाजार में बेची गई थी. इस पीढ़ी को एक नई बॉडी में डिजाइन किया गया, जो पहली पीढ़ी के फायरबर्ड्स की ‘कोक बोतल’ शैली के विपरीत अधिक ‘स्वूपी’ शैली में थी. वर्ष 1973 और 1974 में पोंटियाक 455 को सुपर ड्यूटी 455 (एसडी-455) के नाम से एक स्पेशल मॉडल के तौर पर बाजार में पेश किया गया था. यह मॉडल अद्वितीय था.
बॉलीवुड के सुपर स्टार जैकी श्रॉफ के पास एसएस जगुआर 100 है. उनके पास एक सफेद एसएस जगुआर 100 है. एसएस जगुआर 100 एक ब्रिटिश 2-सीट स्पोर्ट्स कार है, जिसे 1936 और 1939 के बीच इंग्लैंड के कोवेंट्री के एसएस कार्स लिमिटेड द्वारा बनाया गया था. 1934 से इस्तेमाल किए गए निर्माता के नाम ‘एसएस कार्स’ ने पिछले मालिक स्वॉलो साइडकार से संबंध बनाए रखा, जिसकी स्थापना 1922 में वाल्मस्ले और ल्योंस ने मोटरसाइकिल साइडकार बनाने के लिए की थी. मार्च 1945 में एसएस कार्स के शेयरधारक नाम बदलकर जगुआर कार्स लिमिटेड करने पर सहमत हुए.
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अपनी रोल्स-रॉयस और मेबैक के अलावा बॉलीवुड के स्टार ऋतिक रोशन के पास एक पुरानी अमेरिकी फोर्ड मस्टैंग कार भी है. यह 1966 की फोर्ड मस्टैंग कार निर्माण की क्लासिक रॉक ‘एन’ रोल और अपनी खुद की एक सच्ची श्रेणी है. फर्स्ट जेनरेशन फोर्ड मस्टैंग का निर्माण मार्च 1964 से 1973 तक फोर्ड द्वारा किया गया था. मस्टैंग की शुरुआत ने ऑटोमोबाइल का एक नया वर्ग बनाया, जिसे पोनी कारों के रूप में जाना जाता है. अपने लंबे हुड और छोटे डेक के साथ मस्टैंग की स्टाइलिंग बेहद लोकप्रिय साबित हुई और इसने कई प्रतिस्पर्धाओं को प्रेरित किया. शुरुआत में इसे 17 अप्रैल, 1964 को एक हार्डटॉप और कन्वर्टिबल के रूप में पेश किया गया था, जिसके फास्टबैक मॉडल को अगस्त 1964 में बिक्री के लिए रखा गया था. इसकी शुरुआत के समय, मस्टैंग, फाल्कन के साथ अपने प्लेटफॉर्म को साझा करते हुए एक कॉम्पैक्ट कार सेगमेंट में आ गई थी.
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इन सबके अलावा, दक्षिण भारत के सुपरस्टार रजनीकांत के पास भी फोर सीटर प्रीमियर पद्मिनी है. इस कार को 1964 से 2001 तक प्रीमियर ऑटोमोबाइल्स लिमिटेड द्वारा बनाया गया था. यह मूल रूप से फिएट 1100 डिलाइट के रूप में बेचा गया था और 1974 से दिल्ली-मुंबई की सड़कों पर काली-पीली टैक्सी के रूप में चलाया गया था. प्रीमियर पद्मिनी में 1089 सीसी का डीजल इंजन और पेट्रोल का विकल्प है. यह मैनुअल ट्रांसमिशन के साथ उपलब्ध है. प्रीमियर पद्मिनी की कीमत भारत में 0.98 लाख रुपये से शुरू होती है. प्रीमियर पद्मिनी का माइलेज वेरिएंट और ईंधन के प्रकार के आधार पर 15.0 किमी/लीटर तक हो सकता है.
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योहान पूनावाला पेशे से कारोबारी और पूनावाल इंजीनियरिंग ग्रुप के अध्यक्ष भी हैं. उनके पास 1960-61 रोल्स रॉयस सिल्वर क्लाउड-II कार है. रोल्स-रॉयस सिल्वर क्लाउड अप्रैल 1955 से मार्च 1966 तक रोल्स-रॉयस लिमिटेड द्वारा निर्मित एक लग्जरी कार है. यह उस समय के दौरान रोल्स-रॉयस रेंज का मुख्य मॉडल था. सिल्वर क्लाउड ने सिल्वर डॉन का स्थान ले लिया था और इसके बदले में सिल्वर शैडो द्वारा प्रतिस्थापित कर दी गई थी. जॉन पी. ब्लैचली ने इसे डिजाइन किया था. रेंज को तर्कसंगत बनाने के लिए बेंटले एस1 को उसके रेडिएटर ग्रिल और बैजिंग को एक जैसा बनाया गया था.