नई दिल्ली : भारत में इलेक्ट्रिक दोपहिया बनाने के लिए कुछ साहसिक लोगों ने स्टार्टअप शुरू किए, लेकिन जब सरकार ने अभी जुलाई महीने के बाद फेम-टू योजना के तहत मिलने वाली सब्सिडी में कटौती करने का ऐलान किया, तो उनके सामने आर्थिक कमजोरी सामने आ गई. दरअसल, भारत समेत पूरी दुनिया के स्टार्टअप्स के सामने आर्थिक विपन्नता तब सामने आ गई, जब अमेरिका के 16 प्रमुख बैंकों में शामिल सिलिकॉन बैंक ने खुद को दिवालिया घोषित कर दिया. इसका कारण यह है कि इस बैंक में भारत के सबसे अधिक स्टार्टअप्स के धन जमा थे. या यूं कहें कि इनका कारोबार ही इसी बैंक के माध्यम से चलता था. इसके डूब जाने के बाद भारत सरकार ने सब्सिडी में कटौती करके एक और प्रहार कर दिया. इसके बाद इनके हाथ-पैर चरमराने लगे. अब जबकि भारत सरकार ने फेम-टू योजना के तहत इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माता स्टार्टअप्स और कंपनियों के मिलने वाली सब्सिडी में कटौती कर दी, तब भारत के इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में धड़ाधड़ एक के बाद एक स्कूटर लॉन्च करने वाली बेंगलुरु बेस्ड स्टार्टअप एथर एनर्जी के सामने आर्थिक संकट पैदा हो गया. अब इस स्टार्टअप ने अपने आगामी प्रोडक्ट को लॉन्च करने के लिए भारत के दिग्गज दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी हीरो मोटोकॉर्प और जीआईसी से करीब 900 करोड़ रुपये जुटाए हैं. इसके लिए इस स्टार्टअप ने अपने शेयरों के राइट्स ही इन दोनों कंपनियों के हाथों बेच दिए. आशंकाएं और अटकलें तो यहां तक की है कि एथर के लॉन्चिंग पीरियड वाले कई प्रोडक्ट कहीं खटाई में न पड़ जाए.
एथर एनर्जी ने शेयरों के राइट्स रखे गिरवी
एचटी ऑटो की एक रिपोर्ट के अनुससार, एथर एनर्जी ने राइट्स इश्यू के जरिए अपने मौजूदा शेयरधारकों हीरो मोटोकॉर्प और जीआईसी से 900 करोड़ रुपये का नया निवेश जुटाने की घोषणा की है. यह घोषणा हीरो मोटोकॉर्प द्वारा एक नियामक फाइलिंग में एथर में 550 रुपये डालने की बात कहने के एक दिन बाद आई है. इलेक्ट्रिक दोपहिया निर्माता नए प्रोडक्ट लॉन्च और चार्जिंग बुनियादी ढांचे और खुदरा नेटवर्क के विस्तार के लिए ताजा फंडिंग का उपयोग करने की योजना बना रहा है.
नए प्रोडक्ट का पता नहीं
आपको बता दें कि एथर एनर्जी ने इस बारे में किसी ब्योरे की घोषणा नहीं की है कि उसका प्रोडक्ट क्या होगा और नया प्रोडक्ट लॉन्च होगा या नहीं, लेकिन हालिया रिपोर्टों से पता चलता है कि यह स्टार्टअप एक नया फैमिलियर इलेक्ट्रिक स्कूटर बना रहा है. फिलहाल, एथर के दो मॉडल 450 एस और 450 एक्स बिक्री पर हैं. दोनों एक ही प्लेटफॉर्म पर आधारित हैं, लेकिन बैटरी आउटपुट और फीचर्स में अलग हैं.
क्या कहते हैं एथर एनर्जी के सीईओ
हीरो मोटोकॉर्प और जीआईसी के निवेश पर टिप्पणी करते हुए एथर एनर्जी के सीईओ और सह-संस्थापक तरुण मेहता ने कहा कि राइट्स इश्यू के लिए मजबूत समर्थन था और हम शेयरधारकों द्वारा प्रदर्शित विश्वास को देखकर बहुत खुश हैं. पिछले कुछ वर्षों पता चला है कि भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों का चलन कितनी तेजी से बढ़ रही है और इसका नेतृत्व दोपहिया वाहनों द्वारा ही किया जा सकता है. हमारा हमेशा से मानना रहा है कि इस परिवर्तन का नेतृत्व भारत में डिजाइन और निर्मित विश्वस्तरीय तकनीक और उत्पादों द्वारा किया जाएगा और यह वर्ष 2023-24 में रिसर्च और विकास पर हमारे अब तक के सबसे बड़े खर्च से अलग नहीं होगा. यह दौर हमें अपने पदचिह्न का विस्तार करते हुए अपने उत्पाद पोर्टफोलियो का विस्तार करने की अनुमति देगा.
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एथर एनर्जी का 4.4 गुना बढ़ा खर्च
वित्त वर्ष 2023 के लिए एथर एनर्जी का कहना है कि उसका राजस्व वित्त वर्ष 2022 में 408 करोड़ रुपये से 4.4 गुना बढ़कर 1,783 करोड़ रुपये हो गया. स्टार्टअप ने अपने खुदरा नेटवर्क को एक वर्ष में 30 आउटलेट से 130 अनुभव केंद्रों तक चार बार खुदरा बिक्री की है. एथर का कहना है कि देश भर के 100 से अधिक शहरों में उसके 200 से अधिक खुदरा टचप्वाइंट हैं. कंपनी का सार्वजनिक फास्ट-चार्जिंग नेटवर्क 1,500 एथर ग्रिड है.