Google Search vs ChatGPT : दुनिया के सबसे पॉपुलर सर्च इंजन गूगल (Google Search) को पिछले दो-तीन हफ्तो में कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल, हाल ही में लॉन्च किये गए एक एक्सपेरिमेंटल चैटबॉट ChatGPT को टेक इंडस्ट्री का अगला बड़ा प्लेयर माना जा रहा है. इसने गूगल (Google) की दुनिया में हलचल मचा दी है और यही वजह है कि अपनी बादशाहत पर मंडराता खतरा देख, गूगल मैनेजमेंट को ‘कोड रेड’ (Code Red) जारी करना पड़ा है.
दो दशक से भी ज्यादा समय से गूगल का सर्च इंजन दुनियाभर के लिए इंटरनेट के प्राइमरी गेटवे के तौर पर काम करता आ रहा है, लेकिन नये तरह की बॉट टेक्नोलॉजी से गूगल को पहली बार उसके सर्च बिजनेस के लिए बड़ा खतरा महसूस हो रहा है. टेक इंडस्ट्री के एक्सपर्ट्स का मानना है कि गूगल को इन चैट बॉट्स से आगे निकलने में संघर्ष करना पड़ सकता है. खास बात यह है कि ChatGPT यानी नया चैटबॉट गूगल की तरह यूजर को इंटरनेट से केवल लिंक उठाकर ही नहीं दे देता है, बल्कि यह आसान भाषा में जानकारियां भी देता है.
Also Read: Google For India 2022: सर्च अपडेट, डिजिटल पेमेंट और AI तकनीक… भारतीय यूजर्स के लिए क्या-क्या लाया गूगल?
ChatGPT एक चैटबॉट है, जिसे Open AI नाम की कंपनी ने तैयार किया है. हफ्तेभर में इस चैटबॉट को करोड़ों यूजर्स मिल गए हैं और इसे लोग गूगल सर्च के बड़े प्रतिद्वंद्वी के तौर पर भी देख रहे हैं. गूगल ने भी यह बात महसूस की है और न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट की मानें, ताे ChatGPT की बढ़ती हुई लोकप्रियता को देखते हुए गूगल ने ‘कोड रेड’ इश्यू किया है. गूगल-अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई (Google Alphabet CEO Sundar Pichai) ने अपनी टीम से अपना फोकस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI प्रोडक्ट्स पर शिफ्ट करने के निर्देश दिये हैं.
Google की पेरेंट कंपनी Alphabet Inc से खबर है कि वहां ChatGPT की वजह से हड़कंप मचा हुआ है. न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने Google AI स्ट्रैटेजी को लेकर कई मीटिंग्स की हैं, जिनका फोकस ChatGPT से निपटने के तरीके तलाशने पर रहा. इसका मतलब यह कि Google Search के सामने ChatGPT से जो खतरे संभावित हैं, उसके लिए क्या कदम उठाए जाने चाहिए. यही नहीं, रिपोर्ट यह भी बताती है कि Alphabet Inc का मैनेजमेंट इस बात को लेकर स्ट्रैटजी तैयार करने में जुटा है कि गूगल सर्च को चैट जीपीटी कितना नुकसान पहुंचा सकता है और इससे कैसे निपटा जा सकता है.