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Ratan Tata की Nano क्यों थी इतनी चर्चा में? कहां से मिला था उन्हें इस ड्रीम कार का आईडिया? जानें

टाटा की नैनो कार के बारे में शायद ही कोई नहीं जानता होगा. यह कार रतन टाटा की ड्रीम कार थी और इसे खास तौर पर भारतीय परिवारों को ध्यान में रखकर लॉन्च किया गया था. आज हम आपको Tata Nano के पीछे की पूरी कहानी बताने वाले हैं.

Ratan Tata’s Dream Car: आज देश के सबसे बड़े उद्योगपतियों की गिनती में आने वाले दिग्गज रतन टाटा का जन्मदिन है. आज वे पूरे 85 साल के हो गए हैं. Ratan Tata के जीवन से जुड़ी वैसे तो कई रोचक कहानियां हैं लेकिन आज हम आपको उनके ऐसे सपने के बारे में बताने वाले हैं जो उन्होंने अपने लिए नहीं बल्कि, देश के लिए देखा था. अगर आप अभी तक समझ नहीं पाए हैं तो बता दें हम उनकी ड्रीम कार Tata Nano के बारे में आज बात करने वाले हैं. बात साल 2008 की है जब Ratan Tata ने इस कार को पहली बार भारत में पेश किया था. यह एक छोटे साइज की कार थी और मुख्य तौर पर उन परिवारों के लिए लॉन्च की गयी थी जिन्हें एक मोटरसाइकिल की कीमत में एक कार खरीदना था. कंपनी ने इस कार को लख टकिया कार के नाम से लॉन्च किया था और इसकी शुरूआती कीमत भी 1 लाख रुपये रखी गयी थी. चलिए उनके इस ड्रीम कार के बारे में जानते हैं.

Ratan Tata को कैसे आया Nano का आईडिया

Ratan Tata भले ही इतने बड़े उद्योगपति रहे हैं लेकिन, हमेशा से ही उनका रहन सहन बिल्कुल ही साधारण रहा है. इस कार के बारे में बताते हुए उन्होंने Facebook के एक पोस्ट शेयर किया था और उस पोस्ट में उन्होंने Tata Nano को अपना ड्रीम कार बताया था. इस कार के पीछे के आईडिया के बारे में बताते हुए उन्होंने अपने उसी पोस्ट में यह भी लिखा था कि कि उन्होनें एक बार मुंबई की तेज बारिश में बाइक पर चार लोगों के एक परिवार को सवारी करते हुए देखा था. वह परिवार काफी परशानी का सामना कर सफर कर रहा था और बारिश से बचने की नाकामियाब कोशिश भी कर रहा था.

इस घटना को देखकर उनके दिमाग में एक ख्याल आया कि आखिर किस तरह से लोग बाइक के अलावा कोई दूसरा सस्ता विकल्प न होने के कारण अपने जीवन को खतरे में डाल रहे हैं. इसी के बाद Ratan Tata ने एक ऐसी कार बनाने का वादा किया जो कि कम कीमत में एक आम इंसान के कार की सवारी के सपने को पूरा कर सकता हो. इस कार के बारे में बताते हुए उन्होंने आगे बताया कि हमने समय के साथ काम किया और पहली बार देश की सबसे सस्ती कार टाटा नैनो को लॉन्च किया.

Tata Nano क्यों रही चर्चे में

इस कार के चर्चे में रहने के पीछे कई कारण है. पहला कि उस दौर में किसी भी और कंपनी के पास इतने कम कीमत में फैमिली कार मौजूद नहीं थी. केवल यही नहीं यह कार हर वह आदमी अफोर्ड कर सकता था जिसके पास एक मोटरसाइकिल खरीदने का पैसा हो. साल 2008 में यह कार हर मिडिल क्लास परिवार का सपना बन गया था. अब लोग मोटरसाइकिल नहीं बल्कि इसकी बातें करने लगे थे. अपने लॉन्च होने की खबर के साथ ही इस कार ने लोगों के दिलों में अपनी जगह बना ली थी और लाख रुपये में इतनी सुविधाएं प्रदान करने वाली इकलौती कार बन गयी थी.

Tata Nano पर Ratan Tata को है गर्व

देश की पहली लखटकिया कार Nano पर उन्हें काफी गर्व रहा है. लोगों को इस लखटकिया कार की सवारी कराने के सपने को पूरा करा पाना और उनसे अपने इस वादे को पूरा करा पाने का उनको काफी गर्व है. इस छोटी फैमिली कार में बिना किसी परेशानी के चार लोग सफर कर सकते थे. भले ही टाटा नैनो में इंजन कैपेसिटी कम थी लेकिन फिर भी इसमें सफर करने में सवारियों को कोई भी परेशानी नहीं होती थी.

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