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Cyber Security: स्किल्ड प्रोफेशनल्स की बढ़ी डिमांड, जानिए क्या है इनका काम?

What Is Cyber Security - हैकिंग शब्द सुनते ही हमारे मन में सबसे पहले आपराधिक कृत्य का ख्याल आता है. हालांकि, एथिकल या व्हाइट हैट हैकर्स कंप्यूटर सिस्टम में सुरक्षा संबंधी कमियों को खोजने और उन्हें ठीक करने के लिए अपने हुनर का इस्तेमाल करते हैं.

Cyber Security Opportunities : दुनिया में सूचना तकनीक के प्रसार के साथ आईटी सेक्टर में नये अवसरों के अनेक द्वार खुल गए हैं, और इनकी मांग दिनोदिन बढ़ती जा रही है. एक अध्ययन से पता चला है कि टॉप जॉब्स में आईटी ऑडिटर, नेटवर्क/आईटी सुरक्षा इंजीनियर/विशेषज्ञ, सूचना सुरक्षा विश्लेषक, सुरक्षा परीक्षण/प्रवेश परीक्षक और कंप्यूटर फोरेंसिक विश्लेषक शामिल हैं, जिनका आधार वेतन 3 से 6 लाख तक है. क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल करके 50 से 80 लाख रुपये वार्षिक कमाये जा सकते हैं.

साइबर सुरक्षा प्रोफेशनल्स की डिमांड ज्यादा क्यों?

साइबर अपराध अब जीडीपी के एक प्रतिशत से अधिक का प्रतिनिधित्व करते हैं और अनुमान है कि दुनिया भर में साइबर अपराध की लागत 2025 तक सालाना 10.5 ट्रिलियन डॉलर होगी. साइबर अपराध की चालू लहर के बीच, यह देखना आसान है कि साइबर सुरक्षा प्रोफेशनल्स, खासकर एथिकल हैकर्स के लिए सामान्य रूप से डिमांड इतनी अधिक क्यों है. जैसे-जैसे साइबर हमले बढ़ते जा रहे हैं, वैसे-वैसे अधिक से अधिक कंपनियां साइबर अपराधियों को विफल करने के लिए एथिकल हैकर्स को नियुक्त कर रही हैं.

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क्या है एथिकल हैकिंग ?

हैकिंग शब्द सुनते ही हमारे मन में सबसे पहले आपराधिक कृत्य का ख्याल आता है. हालांकि, एथिकल या व्हाइट हैट हैकर्स कंप्यूटर सिस्टम में सुरक्षा संबंधी कमियों को खोजने और उन्हें ठीक करने के लिए अपनी विशेषज्ञता का उपयोग करते हैं. हैकिंग की दुनिया में एथिकल हैकर्स अच्छे लोग हैं. एथिकल हैकर्स खराब चीजों, साइबर अपराधों के लिए अपने उन्नत कंप्यूटर कौशल का उपयोग करने के साथ, दुनिया भर के व्यवसायों और संगठनों को उनकी कंप्यूटर और डिजिटल सुरक्षा में कमजोरियों का पता लगाने में मदद करते हैं और उन्हें हैकर्स से बचाने के लिए आवश्यक प्रयास करते हैं.

साइबर सिक्योरिटी संभावनाओं भरा क्षेत्र

एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में मई, 2023 तक 40,000 नौकरियां उपलब्ध थीं. आंकड़े बताते हैं कि देश में महज 30 हजार लोग साइबर सिक्योरिटी सेक्टर में काम कर रहे हैं. इन पेशेवरों की संख्या बीते वर्षों में बढ़ी जरूर है, लेकिन अब भी इंडस्ट्री को इनकी जरूरत है. ऐसे में तकनीक में रुचि रखनेवालों के लिए साइबर सिक्योरिटी संभावनाओं भरा क्षेत्र है. ऑनलाइन सेवाओं के बढ़ते उपयोग एवं तकनीक पर बढ़ती निर्भरता के साथ ही साइबर अटैक और डेटा उल्लंघन की घटनाएं भी आम हो चली हैं. डेटा के साथ छेड़छाड़ या हेराफेरी से बचने एवं साइबर सुरक्षा उल्लंघन के खतरे से निपटने के लिए देश में साइबर सिक्योरिटी प्रोफेशनल्स की मांग लगातार बढ़ रही है.

तकनीकी क्षेत्र में रुचि जरूरी

अगर आपको नयी-नयी टेक्नोलॉजी को जानना और समझना पसंद है, कंप्यूटर की दुनिया में हो रहे आविष्कार और उन्नति की सराहना करते हैं और चुनौती पसंद करते हैं, तो एथिकल हैकिंग में करियर एक आकर्षक संभावना हो सकती है. इस क्षेत्र में आप जिस कंपनी में काम करते हैं उससे अनुमति मिलने के बाद आपको उनके कंप्यूटर सिस्टम और नेटवर्क को हैक करने के लिए अपने कौशल का उपयोग करने का अवसर मिलता है और ऐसा करने के लिए आपको अच्छा पैसा भी मिलता है.

एथिकल हैकर्स की जरूरत क्यों पड़ती है?

एथिकल हैकर्स से अपने इन्फ्रास्ट्रक्चर को हैक करने की परमिशन कंपनियां इसलिए देती हैं, ताकि सिक्योरिटी संबंधी खामियों को ढूंढ कर ठीक किया जा सके. इससे पहले कि कोई बाहरी व्यक्ति इसका प्रयोग गलत तरीके से कर पाये. स्नातक जैसी सामान्य शिक्षा के अलावा, कुछ अन्य क्वालिटीज हैं जो एक पेशेवर एथिकल हैकर से अपेक्षित किये जाते हैं. इनमें मजबूत प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल, दबाव में काम करने की क्षमता, सीखने की जिज्ञासा, अलग-अलग ऑपरेटिंग सिस्टम के बारे में ज्ञान, नेटवर्किंग की अच्छी समझ, बुनियादी तकनीकी और प्रोग्रामिंग स्किल. इसके साथ ही, आवश्यक स्किल प्राप्त करने के लिए, डिप्लोमा इन एथिकल हैकिंग, सर्टिफाइड एथिकल हैकर जैसे कोर्स कर सकते हैं. साइबर हमलों और अपराध में वृद्धि के साथ, सरकारी एजेंसियां, वित्तीय संस्थान और कंपनियां अपने डेटा को सुरक्षित रखने के लिए अनुभवी एथिकल हैकर्स को जॉब दे रहीं हैं. साइबर सुरक्षा विश्लेषकों का शुरुआती वार्षिक औसत वेतन कर्मचारी के अनुभव के आधार पर 2.8 लाख रुपये से लेकर 12 लाख रुपये तक हो सकता है.

आपके लिए है यह क्षेत्र

मान्यताप्राप्त संस्थान से फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स के साथ बारहवीं पास करनेवाले छात्र साइबर सिक्योरिटी से संबंधित सर्टिफिकेट या डिप्लोमा कोर्स करके इस क्षेत्र में प्रवेश कर सकते हैं. आप अगर इस क्षेत्र में लंबा सफर तय करना चाहते हैं, कंप्यूटर इंजीनियरिंग या कंप्यूटर साइंस या आइटी में बीटेक/ बीइ करना बेहतर होगा. स्नातक के बाद कंप्यूटर साइंस/ कंप्यूटर इंजीनियरिंग/ नेटवर्क इंजीनियरिंग/ आइटी/ साइबर सिक्योरिटी/ इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी एवं कंप्यूटर फॉरेंसिक में एमटेक करने का विकल्प भी है. साइंस ही नहीं, इस क्षेत्र में आर्ट्स एवं कॉमर्स के छात्रों के लिए भी मौके हैं, बशर्ते उनमें एडवांस होती टेक्नोलॉजी को जानने, तार्किक ढंग से सोचने का गुण व समस्या की जड़ को समझने की काबिलियत हो.

स्किल्स, जो बनायेंगे तरक्की की राह

प्रोफेशनल डिग्री व कोर्सेज के अलावा कुछ सॉफ्ट स्किल्स साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में मददगार साबित होंगे. आपको साइबर सुरक्षा समस्याओं को हल करने में उपयोग की जानेवाली नयी तकनीक से अपडेट रहना होगा. सिक्योरिटी प्रोफेशनल्स की सहायता के लिए विकसित किये गये टूल्स की जानकारी रखनी होगी. डिजिटल स्पेस से संबंधित विभिन्न प्रकार की समस्याओं का सामना करने के लिए खुद को तैयार करना होगा. फंडामेंटल कंप्यूटर फॉरेंसिक स्किल डेवलप करने होंगे. कंपनी एवं उससे जुड़े संगठनों से संवाद करने के लिए मजबूत कम्युनिकेशन स्किल होना भी आवश्यक है.

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