Happy Birthday Google : आज गूगल 22वां बर्थडे है. जहां गूगल के जन्मदिन पर कई अच्छी खबरें आ रही हैं वहीं गूगल प्लेस्टोर को लेकर एक बुरी खबर आ रही है. बताया जा रहा है कि प्लेस्टोर पर अब ऐसे ऐप नहीं रह पाएंगे जो अपनी कमाई का 30 प्रतिशत गूगल को नहीं दे रहे. भारत सहित पूरी दुनिया में ऐप पर आधारित ट्रेंड बढ़ने के बाद गूगल ने अपनी पॉलिसी को लेकर ये सख्त नियम लागू करने का मन बना लिया है.
Google Play Store, App Store: ऐपल के ऐप स्टोर की तरह गूगल अपने प्ले स्टोर पर नियमों में कड़ाई करने जा रहा है. प्ले स्टोर पर अपनी अन्य नीतियों के साथ ही, गूगल अपने मंच पर जगह पाने वाले ऐप के लिए 30 प्रतिशत फीस चुकाना अनिवार्य करने की ऐसी नीतियों पर काम कर रहा है, जिनसे बचकर निकलना डेवेलपर्स के लिए आसान नहीं होगा.
आपको बता दें कि ज्यादातर ऐप गूगल प्ले स्टोर या आईफोन के ऐप स्टोर से मुफ्त में डाउनलोड किये जा सकते हैं और सब्सक्राइबर को इसके लिए कोई फीस नहीं देनी होती. ये ऐप सब्सक्रिप्शन फीस की जगह कई अन्य तरीके से कमाई करते हैं. सबसे ज्यादा कमाई करने वाले ज्यादातर फ्री ऐप ही हैं. लगभग 98 प्रतिशत डाउनलोड फ्री ऐप के ही होते हैं.
ऐप कैसे कमाते हैं पैसा?
दरअसल, ऐप कई तरीके से पैसा कमाते हैं. इनमें ऐडवर्टाइजिंग, रेफरल मार्केटिंग, इन ऐप परचेज, सब्सक्रिप्शन, स्पॉन्सरशिप, क्राउड फंडिंग, ई-कॉमर्स आदि शामिल हैं. कुछ ऐप कमाई के लिए अपने कुछ यूनीक तरीके अपनाते हैं. वहीं टिकटॉक जैसे कुछ ऐप कमाई के लिए अपने कुछ अन्य तरीके भी अपनाते हैं, जिसका खुलासा वे नहीं करते.
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6 करोड़ से ज्यादा ऐप
आपको बता दें कि आज ऐप्स लोगों के जीवन का आधार बन गए हैं. ऐप से लोग सामान ऑर्डर करते हैं, शहर में ट्रैवलिंग के दौरान रूट मैप देखते हैं, मनोरंजन करते हैं, चैटिंग करते हैं या वीडियो बनाकर कमाई भी करते हैं. एक अनुमान के अनुसार गूगल प्ले स्टोर और ऐप स्टोर पर 6 करोड़ से ज्यादा ऐप होंगे. साल 2020 में इन सभी ऐप के संचालकों की कमाई 190 अरब डॉलर तक पहुंच जाने का अनुमान है.
प्ले स्टोर पर कैसे पब्लिश हो है ऐप?
प्ले स्टोर से गूगल को होनेवाली कमाई के बारे में बात करें, तो गूगल प्ले स्टोर पर किसी ऐप को पब्लिश या लिस्ट करने के लिए डेवेलपर को सबसे पहले गूगल प्ले कंसोल पर अपना अकाउंट बनाना होता है. इसके लिए 25 डॉलर चुकाने होते हैं. इस पर डेवेलपर को अपनी जीमेल आईडी से अकाउंट बनाना होता है. एक बार यह अकाउंट बन गया, तो आसानी से प्ले स्टोर पर किसी ऐप को पब्लिश किया जा सकता है.
प्ले स्टोर से कैसे कमाता है गूगल?
प्ले स्टोर पर जब ऐप पब्लिश हो गया, तो लोग उसे डाउनलोड करेंगे. उसे यूज करेंगे. इस दौरान पहले बताये गये ऐप के रेवेन्यू मॉडल के जरिये उसे कमाई होगी, तो गूगल प्ले स्टोर की शर्तों के अनुसार उसे गूगल के मंच से हुई अपनी कमाई का 30 प्रतिशत हिस्सा गूगल को बतौर फीस देनी होगी. कई ऐप डेवेलपर्स गूगल की इस पॉलिसी को नजरअंदाज कर देते हैं, और बगैर कोई फीस चुकाए निकल लेते हैं. गूगल इसी की रोकथाम के लिए अपनी नीतियों में बदलाव कर रहा है.
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