Innovation Challenge for Development of a Video Conferencing Solution : कोरोना वायरस से लॉकडाउन के इस दौर में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बहुत महत्वपूर्ण टूल बनकर उभरा है. जो लोग घर से काम कर रहे हैं उनके लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग वास्तव में अपने क्लाइंट, अपने बॉस या अपने सहकर्मियों से जुड़े रहने का सबसे अच्छा तरीका बन गया है.
इस हिसाब से अब सरकार ने भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए एक बेहतर प्लेटफॉर्म बनाने के लिए देश के लोगों का आह्वान किया है. सरकार ने डिजिटल इंडिया इनिशिएटिव के तहत एक इनोवेशन चैलेंज का ऐलान किया है. यह इनोवेशन चैलेंज इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया है. इस चैलेंज में इंडस्ट्रीज, स्टार्टअप्स और इनडिविजुअल एक्सपर्ट्स पार्टिसिपेट कर सकते हैं.
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एक टीम के रूप में या एक इंडिविजुअल के रूप में अगर आप भी ऐसा कोई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सॉल्यूशन टूल या सॉफ्टवेयर डेवेलप करने में सक्षम हैं, जो दुनियाभर के दूसरे पॉपुलर टूल्स से टक्कर ले सकता हो, तो आप इस प्रतियोगिता में भाग लेकर बहुत बड़ी रकम इनाम के तौर पर जीत सकते हैं.
आपको बता दें कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग आधुनिक संचार तकनीक है, जिसके माध्यम से दो या इससे अधिक स्थानों से एक साथ ऑडियो-वीडियो माध्यम से कई लोग जुड़ सकते हैं. अब तक इसके लिए विदेशी प्लेटफॉर्म की ही मदद ली जाती रही है, जिसकी वजह से पिछले कुछ दिनों में कई विवाद भी हुए हैं. भारत में पिछले महीने भर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का चलन कई गुना बढ़ा है. कोरोना महामारी के चलते देश भर के सरकारी अधिकारी और कॉर्पोरेट जगत में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये मीटिंग हो रही है.
बहरहाल, इस चैलेंज को लेकर सरकार ने कहा है कि एंड प्रोडक्ट जो कि एक इंडियन सॉफ्टवेयर प्रोडक्ट होगा, ऑडियो और वीडियो की क्वालिटी के मामले में इंटरनेशनल प्रोडक्ट्स के बराबर होना चाहिए. यह लो और हाई नेटवर्क सेनारियो में काम करना चाहिए. यह पहल सॉफ्टवेयर प्रोडक्ट्स पर नैशनल पॉलिसी के तहत इंडियन सॉफ्टवेयर प्रोडक्ट्स को बढ़ावा देने का एक प्रयास है.
इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए इस पेज पर विजिट कर सकते हैं: https://www.mygov.in/task/innovation-challenge-development-video-conferencing-solution/