Mobile Call Drop Cases: फोन पर बात करने के दौरान आप भी कॉल ड्रॉप से कभी न कभी जरूर परेशान हुए होंगे. दूरसंचार विभाग ने कॉल ड्रॉप पर रोक लगाने और कॉल की गुणवत्ता सुधारने के लिए अभी पिछले दिनों दूरसंचार नियामक ट्राई से सेवाओं की गुणवत्ता संबंधी मानक सख्त करने को कहा है. भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) को फोन कॉल की गुणवत्ता को लेकर आ रही शिकायतें दूर करने के लिए इससे जुड़े मानकों को सख्त करने को कहा गया है. इसपर ताजा अपडेट आया है.
दूरसंचार कंपनियों के लिए राज्य स्तर पर कॉल कटने यानी कॉल ड्रॉप के आंकड़े देना मुश्किल है, क्योंकि इसमें कई प्रशासनिक और जमीनी स्तर की ‘कठिनाइयां’ शामिल हैं. मोबाइल परिचालकों के निकाय सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने हाल ही में यह बात कही है. निकाय ने कहा कि इसकी जगह एलएसए (लाइसेंस सेवा क्षेत्र) रिपोर्टिंग जारी रहनी चाहिए.
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भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने पिछले सप्ताह एक समीक्षा बैठक में दूरसंचार ऑपरेटरों से राज्यस्तर पर भी कॉल ड्रॉप के आंकड़े बताने को कहा था. सेवा गुणवत्ता के मुद्दों और उपभोक्ता शिकायतों के बढ़ते मामलों के बीच यह आदेश दिया गया. सीओएआई के महानिदेशक एस पी कोचर ने कहा कि ट्राई से इस कदम पर ‘पुनर्विचार’ करने और एलएसए के आधार पर रिपोर्टिंग जारी रखने का आग्रह किया गया है.
सीओएआई के सदस्यों में रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया शामिल हैं. कोचर ने कहा कि दूरसंचार परिचालक ग्राहकों को सर्वोत्तम सेवाएं देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं, लेकिन राज्यवार कॉल ड्रॉप के आंकड़े देने में कई प्रशासनिक समस्याएं हैं. साथ ही इसमें लागत और समय जैसे पहलू भी शामिल हैं. (भाषा इनपुट के साथ)