Advertisement
गूगल को महिला कर्मियों की जरूरत….ज्यादा जानकारी के लिए यहां क्लिक करें
सुंदर पिचाई ने विवाद के बाद दी सफाई गूगल के सीइओ ने महिला विरोधी रिपोर्ट लिखने वाले इंजीनियर को निकालने के बाद सफाई में कहा कि हमें महिलाओं की जरूरत है. यहां काम करनेवाली महिला विंग गूगल की चमकता विंग है. महिलाओं के तकनीकी ज्ञान को उनके जैविक कारणों से संबंधित रिपोर्ट लिखने वाले इंजीनियर […]
सुंदर पिचाई ने विवाद के बाद दी सफाई
गूगल के सीइओ ने महिला विरोधी रिपोर्ट लिखने वाले इंजीनियर को निकालने के बाद सफाई में कहा कि हमें महिलाओं की जरूरत है. यहां काम करनेवाली महिला विंग गूगल की चमकता विंग है.
महिलाओं के तकनीकी ज्ञान को उनके जैविक कारणों से संबंधित रिपोर्ट लिखने वाले इंजीनियर को गूगल से निकालने के बाद सीइओ सुंदर पिचाई ने स्पष्ट किया की गूगल को महिलाओं की जरूरत है. यहां काम करनेवाली महिला विंग गूगल का चमकता कोर है.
गूगल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीइओ) सुदंर पिचाई ने महिला पुरुष के बीच भेदभाव के मुद्दे पर बुलायी गयी आंतरिक टाउनहॉल बैठक को रद्द करने के बाद कैंपस की महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि यह इंडस्ट्री आपके लिए है, गूगल में आपके लिए जगह है. इसलिए आप अफवाहों पर ध्यान न दें.
हमें आपकी जरूरत है. उन्होंने कर्मचारियों को भजे गये इमेल में कहा कि गूगल के कई कर्मचारी अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और उन्हें आशंका है कि टाउनहॉल में बोलने पर उन्हें बाहर किया जा सकता है. टाउनहॉल शुरू होने से एक घंटे पहले भेजे इमेल में पिचाई ने कहा कि कंपनी कई और मंच बनाने का प्रयास करेगी जहां कर्मचारी बिना किसी झिझक के अपनी बात रख सकेंगे. पिचाई ने गूगल में कार्यरत इंजीनियर्स के महत्व पर जोर दिया.
उन्होंने कहा कि किसी भी प्रोडक्ट को बनाने के लिए हमें इंजीनियर्स की जरूरत होती है. उनका यह बयान इस वक्त काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. क्योंकि गूगल सॉफ्टवेयर इंजीनियर जेम्स डेमोरे को महिलाओं पर बनाये रिपोर्ट के बाद गूगल से बाहर कर दिया गया है.उनकी रिपोर्ट में यह दावा किया गया था कि यहां काम करनेवाली महिलाओं को उच्च पदों पर इसलिए नहीं रखा जाता क्योंकि वे महिला है. महिलाओं के साथ गूगल में भेदभाव किया जाता है और गूगल महिलाओं को पुरुषों की तुलना में कम आंकता है. इस रिपोर्ट के सार्वजनिक होने के बाद गूगल में कार्यरत महिलाओं में असंतोष देखा गया था.
रुढ़िवादिता का समर्थन नहीं करती गूगल
पिचाई ने 3300 शब्दों के मेनिफेस्टो पर बयान देते हुए कहा कि हमारा काम यूजर्स की बेहतर जिंदगी के लिए बेहतर प्रोडक्टस बनाना है. हम महिला और पुरुष में कार्यक्षमता को लेकर कोई भेद-भाव नहीं रखते. वहीं, गूगल की नयी वाइस प्रेसिडेंड (डायवर्सिटी) डेनियल ब्राउन ने डेमोरे के मेमो के जवाब में एक नया बयान जारी किया है. उन्होंने कहा कि मैं विविधता और समावेश को महत्व देती हूं और लिंगभेद की बात से इनकार नहीं करती हूं. गूगल रूढ़िवादिता का समर्थन नहीं करती.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement