इंटरनेट पर बढ़ रहा क्षेत्रीय भाषाओं का वर्चस्व, अंग्रेजी से ज्यादा सर्च हो रही हिंदी भाषा
भारत में अंग्रेजी अब इंटरनेट पर इस्तेमाल की जाने वाली प्रमुख भाषा नहीं रही. इंटरनेट पर अब हिंदी और क्षेत्रीय भाषाओं का वर्चस्व कायम हो रहा है. इन भाषाओं का प्रभाव क्षेत्र और अधिक बढ़ने की उम्मीद है. ‘यूथ4वर्क’ द्वारा किये गये एक अध्ययन के मुताबिक, शहर से लेकर गांवों तक इंटरनेट पर हिंदी और […]
भारत में अंग्रेजी अब इंटरनेट पर इस्तेमाल की जाने वाली प्रमुख भाषा नहीं रही. इंटरनेट पर अब हिंदी और क्षेत्रीय भाषाओं का वर्चस्व कायम हो रहा है. इन भाषाओं का प्रभाव क्षेत्र और अधिक बढ़ने की उम्मीद है. ‘यूथ4वर्क’ द्वारा किये गये एक अध्ययन के मुताबिक, शहर से लेकर गांवों तक इंटरनेट पर हिंदी और क्षेत्रीय भाषाओं का इस्तेमाल लगातार बढ़ रहा है.
इंटरनेट पर हिंदी का प्रयोग सबसे अधिक 51 फीसदी होता है. इसके बाद कन्नड़, मराठी और बांग्ला व अन्य क्षेत्रीय भाषाओं का इस्तेमाल होता है, जबकि अंग्रेजी का स्थान कई भाषाओं के बाद आता है. यह अध्ययन भारत में इंटरनेट पर भाषाओं के इस्तेमाल के संदर्भ में किया गया था. इसमें गैर-महानगरीय शहरों को भी शामिल किया गया और क्षेत्रीय भाषाओं के कंटेंट के बढ़ते इस्तेमाल को दिखाया गया. इंटरनेट यूजर्स नेट सर्फिंग या किसी भी अन्य गतिविधियों के लिए अंग्रेजी के मुकाबले हिंदी या क्षेत्रीय भाषाओं का इस्तेमाल अधिक करते हैं. इंटरनेट पर क्षेत्रीय भाषाओं में सबसे अधिक लोग समाचारों से जुड़ी सामग्रियां पढ़ते या तलाशते हैं.