केप कानवेरल (अमेरिका) : नासा के मार्स रोवर क्यूरियॉसिटी ने लाल ग्रह मंगल पर 2000 दिन पूरे कर लिये हैं. ये 2000 दिन मंगल के मानक के हिसाब से हैं.
वहां एक सौर दिवस 24 घंटे, 39 मिनट और 35 सेकेंड का होता है. इस तरह मंगल पर 2000 दिन धरती के 2055 दिनों के बराबर हैं.
रोवर को मंगल पर भेजने का मकसद यह पता लगाना है कि क्या इस ग्रह पर कभी सूक्ष्मजीवों का जीवन था औरअगर ऐसा था तो क्या किसी दिन वहां मानव के जीवन लायक स्थितियां भी बनेंगी.
छह पहियों वाला रोवर वर्ष 2012 से मंगल पर है. अब तक यह 18.7 किमी यात्रा कर चुका है. इस रोवर का वजनलगभग एक टन है, जो मंगल की सतह पर पूर्व में भेजे गये सभी रोबोटों सेछोटा है. यह पूर्व में भेजे गये रोवर्स से दुगुनी लंबाई का और उनसे पांच गुना ज्यादा भारी है.
इसमें 10 वैज्ञानिक उपकरण लगे हैं. इनमें से दो उपकरण रोवर के रोबोटिक बाजू द्वारा पेश किये गये मंगल की चट्टानों के धूल युक्त अवशेषों के अध्ययन में इस्तेमाल हो रहे हैं.