नयी दिल्ली : सोशल मीडिया मंचों में शुमार व्हाट्स एप पर फर्जी संदेश भेजने के मामले में बुधवार को सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए यह साफ कर दिया है कि उपभोक्ताओं को तीव्र संदेश भेजने की सुविधा उपलब्ध कराने वाले सोशल मीडिया मंच अपनी जवाबदेही से बच नहीं सकते. सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया मंचों से ज्यादा जवाबदेही पर जोर दिया.
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उन्होंने कहा कि किसी समय किसी इलाका विशेष में किसी मुद्दे विशेष से जुड़े संदेशों के ‘व्यापक आदान-प्रदान ‘ को चिह्नित करना कोई पेचीदा काम नहीं हो सकता. प्रसाद ने यहां एक कार्यक्रम के अवसर पर कहा कि भारत के बाजार से वाणिज्यिक मुनाफा कमा रही व्हाट्सएप जैसी सोशल मीडिया कंपनियों को जवाबदेह और सतर्क रहना होगा, ताकि उनके मंच का दुरुपयोग खतरनाक और भड़काऊ संदेश फैलाने में नहीं किया जा सके. उन्होंने व्हाटसएप से कहा कि वह इस बारे में आईटी विभाग, गृह मंत्रालय तथा पुलिस के साथ मिलकर काम करे.
हाल ही में कुछ जगह लोगों की पीट-पीट कर हत्या की घटनाएं हुईं. इसके लिए व्हाट्सएप के जरिये फैलाये गये भड़काऊ संदेशों को जिम्मेदार बताया जा रहा है. सोशल मीडिया खासकर व्हाट्स एप पर अफवाहों के बाद लोगों की पीट-पीटकर हत्या की घटनाओं के बाद केंद्र सरकार ने मंगलवार को व्हाट्स एप को निर्देश दिया था कि वह ‘गैर-जिम्मेदार और विस्फोटक संदेशों’ को अपने प्लेटफॉर्म पर फैलने से रोके. इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना तकनीक मंत्रालय ने व्हाट्स एप को चेतावनी देते हुए एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया है कि फेसबुक के मालिकाना हक वाली कंपनी अपनी जिम्मेदारी और जवाबदेही से बच नहीं सकती.