लॉस एंजिलिस : वैज्ञानिकों ने जीवाणुओं के लिए स्पेससूट विकसित किये हैं, जो उन्हें अंतरिक्ष में जीवित रहने में मददगार साबित हो सकते हैं, अन्यथा ऐसे वातावरण में उनकी मौत हो जाती.
यह संरक्षक सूट जिंदा जीवाणु का प्रकाश अवशोषित करने वाले अर्धचालकों के साथ संयुग्मन करता है, जिससे वे कार्बन डाईऑक्साइड ग्रहण कर सकें और उसे ऐसे रसायनों में बदल देता है जिसका इस्तेमाल उद्योग में या भविष्य में अंतरिक्ष की काॅलोनियों में हो सकता है.
अमेरिका के बर्कले में यूनिवर्सिटी ऑफ कैलीफोर्निया के अनुसंधानकर्ताओं द्वारा विकसित यह प्रणाली पौधों में प्रकाश संश्लेषण का अनुकरण करती है. पौधे जहां कार्बन डाईऑक्साइड ग्रहण कर सूर्य के प्रकाश से मिलने वाली ऊर्जा से इसे कार्बोहाइड्रेट में बदल देते हैं, जिसे हम अक्सर खाते हैं.
संकर प्रणाली कार्बन डाईऑक्साइड और प्रकाश को ग्रहण कर एक प्रकार के कार्बन यौगिकों का निर्माण करती है जो जीवाणु के प्रकार पर निर्भर करती है. इस प्रयोग में इस्तेमाल होने वाले जीवाणु अवायवीय हैं, जिसका मतलब है कि वे पर्यावरण में बिना ऑक्सीजन के रह सकते हैं.