Google Plus हुआ बंद, पांच लाख यूजर्स की सूचनाएं Hack
वाशिंगटन : इंटरनेट एवं प्रौद्योगिकी कंपनी गूगल ने अपने सोशल नेटवर्किंग साइट गूगल प्लस को बंद करने की घोषणा की है. कंपनी ने पांच लाख तक उपयोक्ताओं की सूचनाएं बाहरी डेवलपरों के हाथ लग जाने के कारण यह निर्णय लिया है लेकिन ग्राहकों की सुविधा के लिए इसे गूगल के फेलो एवं उपाध्यक्ष (अभियांत्रिकी) बेन […]
वाशिंगटन : इंटरनेट एवं प्रौद्योगिकी कंपनी गूगल ने अपने सोशल नेटवर्किंग साइट गूगल प्लस को बंद करने की घोषणा की है. कंपनी ने पांच लाख तक उपयोक्ताओं की सूचनाएं बाहरी डेवलपरों के हाथ लग जाने के कारण यह निर्णय लिया है लेकिन ग्राहकों की सुविधा के लिए इसे गूगल के फेलो एवं उपाध्यक्ष (अभियांत्रिकी) बेन स्मिथ ने सोमवार को एक ब्लॉग लिखकर इसकी घोषणा की.
स्मिथ ने कहा कि कंपनी यह नहीं बता सकती है कि किन उपयोक्ताओं की सूचनाएं इस सेंधमारी से प्रभावित हुई हैं. उन्होंने कहा, हमने दो सप्ताह से अधिक के आकलन के बाद पाया कि गूगल प्लस के पांच लाख तक उपयोक्ताओं के खाते इस बग से प्रभावित होने की आशंका है. हमारे आकलन में पता चला है कि अप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस (एपीआई) का इस्तेमाल 438 एप ने किया है.
उन्होंने कहा, हमें इस बात के कोई सबूत नहीं मिले हैं कि किसी डेवलपर को इस बग की जानकारी थी या किसी डेवलपर ने इस एपीआई का दुरुपयोग किया है. हमें इस बात के भी सबूत नहीं मिले हैं कि किसी प्रोफाइन की सूचनाओं का दुरुपयोग हुआ है. अमेरिकी अखबार वाल स्ट्रीट जर्नल ने इस बारे में पहली खबर दी.
उसने कहा कि गूगल प्लस के सॉफ्टवेयर में खामी के कारण 2015 से मार्च 2018 के बीच इस सोशल साइट के उपयोक्ताओं की सूचनाएं बाहरी डेवलपरों के हाथ लग गयी हैं. कंपनी के आंतरिक जांच में मार्च 2018 में इस सेंध की पहचान की गयी और खामी को दूर किया गया.
वाल स्ट्रीट जर्नल ने अज्ञात सूत्रों के हवाले से कहा कि गूगल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुंदर पिचाई को आंतरिक जांच समिति द्वारा प्रभावित उपयोक्ताओं को इस बारे में सूचित नहीं करने के निर्णय की जानकारी दी गयी.
हालांकि स्मिथ ने यह स्पष्ट किया है कि गूगल प्लस को अचानक से बंद नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा, हमने लोगों को बदलाव के लिए पूरे मौके देने के लिए इसे 10 महीने की अवधि में लागू करने का निर्णय लिया है.
इसे अगले साल अगस्त महीने तक पूरा किया जाएगा. आने वाले महीनों में हम लोगों को अतिरिक्त जानकारियां देंगे जिसमें उन्हें अपनी सूचनाएं डाउनलोड करने की जानकारी भी दी जाएगी.
उल्लेखनीय है कि फेसबुक के लोकप्रिय होने के बाद गूगल का पुराना सोशल नेटवर्किंग साइट ऑर्कुट बाजार में पिछड़ गया था. गूगल ने नयी परिस्थितियों के मद्देनजर फेसबुक को चुनौती देने के लिए गूगल प्लस पेश किया था. हालांकि गूगल प्लस कभी भी फेसबुक को चुनौती देने की स्थिति में नहीं आ सका.