व्‍हॉट्सएप हो सकता है भारत में बंद

व्हाॅट्सएप आमतौर पर एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन की तकनीक से चलता है. इसका मतलब होता है कि केवल मैसेज भेजनेवाला और मैसेज प्राप्त करनेवाला ही संदेश को पढ़ सकता है, यहां तक कि व्हाॅट्सएप भी उपभोक्ता द्वारा भेजे गये संदेशों को पढ़ नहीं पाता है. भारत सरकार सोशल मीडिया कंपनियों के लिए कुछ नये नियम लेकर आ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 13, 2019 8:57 AM
व्हाॅट्सएप आमतौर पर एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन की तकनीक से चलता है. इसका मतलब होता है कि केवल मैसेज भेजनेवाला और मैसेज प्राप्त करनेवाला ही संदेश को पढ़ सकता है, यहां तक कि व्हाॅट्सएप भी उपभोक्ता द्वारा भेजे गये संदेशों को पढ़ नहीं पाता है. भारत सरकार सोशल मीडिया कंपनियों के लिए कुछ नये नियम लेकर आ रही है.
अगर ये नियम लागू हो जाते हैं, तो इससे व्हाॅट्सएप के मौजूदा स्वरूप में बदलाव करना पड़ेगा. गौरतलब है कि भारत व्हाॅट्सएप के लिए दुनिया का सबसे बड़ा उपभोक्ता बाजार है और भारत में व्हाॅट्सएप के 20 करोड़ मासिक उपयोगकर्ता हैं. व्हाॅट्सएप के कम्युनिकेशन प्रमुख कार्ल वूग के अनुसार, भारत सरकार द्वारा प्रस्तावित नियमों में से, जो सबसे ज्यादा परेशानी का सबब बन रहा है, वह है मैसेज का पता लगाने पर सरकार द्वारा जोर देना.
फेसबुक के स्वामित्व वाला व्हाॅट्सएप अपने एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन के लिए ही जाना जाता है. कार्ल वूग मानते हैं कि इस फीचर के बिना व्हाॅट्सएप कुछ और ही बन जायेगा और नये नियमों के तहत उत्पाद को दोबारा तैयार करना पड़ेगा. ऐसी स्थिति में मैसेजिंग सेवा अपने वर्तमान स्वरूप में उपलब्ध नहीं रह जायेगी.

Next Article

Exit mobile version