सोशल साइट्स पर फर्जी आइडी कोई नयी बात नहीं है. फेसबुक पर फर्जी आइडी बनाने के मामले लड़कों के ज्यादा सामने आते रहे हैं, लेकिन अब लड़कियां भी पीछे नहीं है. वे भी धड़ल्ले से अपना नाम बदलकर फेसबुक पर अपने एकाउंट खोल रही हैं. इतना ही नहीं फर्जी आइडी बनाने के कारण वे अपने आपको संकट में भी डाल रहीं हैं. ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं,जिनमें लड़कियों ने फर्जी आइडी बनायी और बाद में वे ब्लैकमेलिंग की शिकार हो गयीं.
केस 1 : एक लड़की ने अपना नाम बदल कर फेसबुक पर सौम्या सिंह नाम से फर्जी आइडी बनायी. दो दिन में ही उसके 100 से ज्यादा फ्रेंड बन गये. मैसेंजर पर मैसेज की बाढ़ आ गयी. कई हजार मैसेज लड़कों के साथ-साथ लड़कियों के भी आये. धीरे-धीरे मैसेंजर पर कई लड़कों के साथ चैटिंग शुरू हो गयी. लेकिन सौम्या फेसबुक मैसेंजर में इस तरह उलझी कि वह पूरे दिन चैटिंग में व्यस्त रहने लगी. इसी दौरान एक लड़का उसको ब्लैकमेल करने लगा. वह काफी परेशानी में पड़ गयी. इसको लेकर थाने में शिकायत भी करायी. थाने में शिकायत जाने के बाद मामला समाप्त हुआ.
केस 2 : एक लड़की ने अपना नाम बदलकर सुप्रिया नाम से फेसबुक एकाउंट खोला. घर वालों को पता नहीं चले, इस कारण अपना नाम बदल कर फेसबुक यूज कर रही थी. वह हर मैसेज का जवाब देती थी. उसने कहा कि जो लड़का अच्छा दिखता था, उसी से मैसेंजर पर बात करती थी. कई बातें मैंने एक लड़के को बतायीं. धीरे-धीरे मैंने अपना नंबर भी दे दिया. इसके बाद से मैं परेशानी में फंस गयी. घर वालों को इस बारे में बताया और इसकी शिकायत महिला थाने से लेकर हेल्पलाइन में की. इस फर्जी आइडी के कारण मुझे भी थाने में फटकार लगी. इसके बाद से इसे मैंने डिलीट कर दिया.
केस 3 : फर्जी आइडी बना कर एक पत्नी ने अपने पति को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी. पति ने उसे एक्सेप्ट कर लिया. इसके बाद वह पति को जज करने के लिए मैसेज करने लगी. मैसेज से वह उसे काफी तंग करने लगी. पति भी धीरे-धीरे उसे मैसेज करने लगा, लेकिन वह समझ नहीं पाया था कि उसकी पत्नी ही फर्जी आइडी बना कर मैसेज कर रही है. वह भी लड़की से बात करने लगा. धीरे-धीरे कई बातें हुईं. अंत में पत्नी को जब बर्दास्त नहीं हुआ तो घर में लड़ाई करना शुरू कर दिया. विवाद इतना बढ़ा कि मामला थाने पहुंच गया. थाने ने महिला हेल्पलाइन में इस मामले को भेजा. वहां पर काउंसेलिंग हुई, तब जा कर मामला शांत हुआ.
काफी अधिक है फर्जी एकाउंट की संख्या
फेसबुक के आंकड़ों के मुताबिक सितंबर, 2017 से सितंबर, 2018 के 12 महीनों में फेसबुक ने 2.8 अरब नये फर्जी खातों को बंद किया था. यानी रोजाना औसतन 77 लाख फर्जी खाते बंद किये गये. अपने देश में भी नकली खातों की संख्या करीब-करीब 25 करोड़ तक है.
जरूरी टिप्स
फर्जी अकाउंट नहीं बनाएं.
अपनी सेटिंग को बदल सकते हैं, ताकि कोई भी आपको मैसेज नहीं कर सकता है.
जान पहचान वाले लोगों को ही अपने प्रोफाइल से जोड़े.
आप मैसेज को इग्नोर भी कर सकते हैं.
आपको जवाब देने की कोई जरूरत नहीं है.
ब्लॉक भी मार सकते हैं.
सोशल साइट पर कुछ गलत तस्वीरें नहीं भेजें.
फेसबुक अपने नाम से ही बनाएं.
अभिभावक से छुपकर या नाम बदलकर फेसबुक एकाउंट नहीं बनाएं.
अपनी खास जानकारी को छुपाकर रखें.
थाना, हेल्पलाइन और महिला आयोग पहुंच रहे सोशल साइट पर ब्लैकमेलिंग की शिकार लड़कियों के मामले
फेसबुक पर फर्जी आइडी की बाढ़ आयी हुई है. नाम बदल-बदल कर लोग फेसबुक का उपयोग कर रहे हैं. इसके साथ ही लोग मैसेज का एक मौका भी नहीं छोड़ते हैं. जहां लड़की का प्रोफाइल देखा, वहां लोग मैसेज करना शुरू कर देते हैं. इससे कई लड़कियां परेशान हो कर मैसेंजर का स्क्रीन शॉट वॉल पर डाल देती हैं. कई लड़कियां चैटिंग की इस प्रक्रिया में शामिल हो जाती हैं. इससे कई बार लड़कियां ब्लैकमेल की शिकार भी हो जाती हैं. इस तरह की शिकायत थाने, हेल्पलाइन और महिला आयोग में लगातार आ रही हैं.
सोशल साइट पर रहें सतर्क
समाजशास्त्री डॉ रूपम कहती है कि थोड़ी सी गलती पर खासकर लड़कियां ज्यादा परेशान में पड़ जाती हैं. उसे उस समय समझ नहीं आता है, लेकिन बाद में उसे पछताना पड़ता है. सोशल साइट्स का गलत इस्तेमाल ज्यादा हो रहा है. लड़कियों को ध्यान रखना चाहिए. किसी भी अनजान व्यक्ति से बातचीत करने से बचें. कुछ भी जानकारी शेयर नहीं करें. ध्यान से फेसबुक यूज कर परेशानियों से बचा जा सकता है. महिला हेल्पलाइन की प्रोजेक्ट मैनेजर प्रमिला कहती हैं कि लड़कियों को सावधान रहने की जरूरत है. फेसबुक के सुरक्षा सेटिंग का उपयोग करें.