नासा का प्लेन, जो बदल सकता है आकार, युद्ध के दौरान कहीं भी उतरने में सक्षम

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा और मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मिलकर ट्रांसफॉर्मर स्टाइल का एक ऐसा प्लेन बना रहे हैं जो उड़ान के दौरान आकार बदल सकता है. यह विमान टेक ऑफ के दौरान अपने डैनों को मोड़ सकता है और ऊपर जाकर अपने डैनों को फैला भी सकता है. इस विमान को भविष्य की जरूरत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 7, 2019 9:17 AM

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा और मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मिलकर ट्रांसफॉर्मर स्टाइल का एक ऐसा प्लेन बना रहे हैं जो उड़ान के दौरान आकार बदल सकता है. यह विमान टेक ऑफ के दौरान अपने डैनों को मोड़ सकता है और ऊपर जाकर अपने डैनों को फैला भी सकता है. इस विमान को भविष्य की जरूरत माना जा रहा है. लचीले डैने होने और किसी भी आकार में उतरने की क्षमता के कारण इसका इस्तेमाल कहीं भी आने-जाने में किया जा सकता है. नासा का दावा है कि इस तकनीक से विमानों की मैन्युफैक्चरिंग और मेंटेनेंस काफी आसान हो जायेगी. हालांकि, इस विमान को बनाने में इस्तेमाल हो रहे मैटेरियल का अभी खुलासा नहीं किया गया है.

क्या है खास
नासा और एमआइटी ने विकसित की फ्लेक्सिबल विंग्स की टेक्नोलॉजी

मोटे और मजबूत डैनों को लचीला बनाया गया है, ताकि वे मुड़ सकें

रबर की तरह लचीला प्लेन का डैना पक्षियों के डैने की तरह करेगा काम

लचीले डैने के कारण कहीं भी जा सकता है

यह भी जानें

18 फीट लंबा है डैना सिंगल सीटर विमान के डैने के बराबर

04 मीटर चौड़े हैं लचीले और फोल्डेबल विंग्स

5.6 किग्रा प्रति घनमीटर है डैने में इस्तेमाल मैटेरियल का घनत्व

उड़ान भरते या उतरते समय मॉड्यूल्स के जोड़ होंगे लॉक
ट्रांसफॉर्मर प्लेन के लचीले और फोल्डेबल विंग्स छोटे-छोटे टुकडों को जोड़कर बनाये जायेंगे. उड़ान भरते या उतरते समय इसके मॉड्यूल्स के जोड़ लॉक हो जायेंगे और सामान्य विंग्स की तरह काम करेंगे.

युद्ध के समय इस विमान की उपयोगिता काफी बढ़ जायेगी. अपने आकार को बदलते हुए यह अलग-अलग कोण से हो रहे आक्रमण के अनुसार अपना आकार बदल लेगा.
निकोलस क्रैमर, वैज्ञानिक नासा

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