सोशल साइट्स पर टैक्स लगाए सरकार: वोडाफोन
मोबाइल नेटवर्क कंपनी वोडाफोन ने सरकार से सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर टैक्स लगाने की अपील की है. कंपनी का कहना है कि ये साइट्स (फेसबुक, वाइबर, हाइक, व्हाट्सएप्प) टेलिकॉम नेटवर्क कंपनी सरकार को ना ही कोई स्पैक्ट्रमकीफीस देते हैं और ना ही कोई कोई अन्य फीस देते हैं .और लगातार कंपनियों के फ्री नेटवर्क का […]
मोबाइल नेटवर्क कंपनी वोडाफोन ने सरकार से सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर टैक्स लगाने की अपील की है. कंपनी का कहना है कि ये साइट्स (फेसबुक, वाइबर, हाइक, व्हाट्सएप्प) टेलिकॉम नेटवर्क कंपनी सरकार को ना ही कोई स्पैक्ट्रमकीफीस देते हैं और ना ही कोई कोई अन्य फीस देते हैं .और लगातार कंपनियों के फ्री नेटवर्क का लगातार इस्तेमाल कर पैसे कमा रहे हैं.
वोडाफोन के मैनेजिंग डाइरेक्टर और सीइओ मार्टेन पीटर्स ने एक इंटरव्यू में इन साइटों पर लगाम लगाए जाने के बारे में कहा. उन्होंने कहा कि ये सोशल सोशल साइट्स मोबाइल नेटवर्क कंपनियों पर फल फूल रहे हैं. पीटर्स ने बताया कि तकनीकी विकास को रोका नहीं जा सकता है लेकिन बीच का रास्ता अपनाकर मोबाइल नेटवर्क कंपनियों पर लाइसेंस और स्पैकट्रम की फीस के बोझ को कम किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि हम सरकार को टैक्स, लाइसेंस, फीस आदि देते हैं इसके साथ ही हमारे लाभ के अंश को भी हमें शेयर करना पडता है लेकिन ये साइट्स पूरी तरह से मुफ्त की सुविधा वहन कर रहे हैं.
व्हाट्सएप्प और फेसबुक जैसे सोशल साइटों के लिए भारत बहुत बडा बाजार बन कर उभरा है. भारत में ही अकेले 10 करोड लोग फेसबुक का इस्तेमाल कर रहे हैं. यह फेसबुक यूजरों का दूसरा सबसे देश बन चुका है. वहीं व्हाट्सएप्प ने भी भारत में काफी बडा बाजार बना लिया है. यहां करीब 6 करोड लोग इस सुविधा का इस्तेमाल का रहे हैं. जो भारत में टेलिकॉम कंपनियों के मैसेजिंग सेवा को बुरी तरह प्रभावित कर रहा है.