आइफोन के बाद एप्पल लायेगी आइकार
प्रौद्योगिकी कंपनी एप्पल आइफोन के जरिए धूम मचाने के बाद अब जल्द ही अपने चाहने वालों के लिए आइकार भी पेश कर सकती है. वॉल स्ट्रीट जर्नल में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, एप्पल अपनी इस परियोजना पर सैकड़ों की संख्या में कर्मचारियों को लगा चुकी है तथा कंपनी ने अपनी इस परियोजना को टाइटन […]
प्रौद्योगिकी कंपनी एप्पल आइफोन के जरिए धूम मचाने के बाद अब जल्द ही अपने चाहने वालों के लिए आइकार भी पेश कर सकती है. वॉल स्ट्रीट जर्नल में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, एप्पल अपनी इस परियोजना पर सैकड़ों की संख्या में कर्मचारियों को लगा चुकी है तथा कंपनी ने अपनी इस परियोजना को टाइटन गुप्तनाम दिया है. इस परियोजना की जिम्मेवारी आइपॉड और आइफोन निर्माण में सहयोगी रहे फोर्ड के इंजीनियर स्टीव जाडेस्की को सौंपी गयी है.
हाल के समय में कारों में तेजी से इस्तेमाल की जाने लगी सूचना प्रौद्योगिकी को देखते हुए एप्पल ऑटो उद्योग में अन्य कंपनियों को कड़ी टक्कर दे सकती है. सूचना प्रौद्योगिकी में अग्रणी एप्पल अपनी इस कार में टेलीमेटिक्स प्रौद्योगिकी, अत्यधिक सुरक्षित संचालन एवं चालक और यात्रियों के बीच संपर्क की सुविधा के साथ बिल्कुल नये फीचरों वाली कार बाजार में उतार सकती है. पूरी दुनिया में वाहन निर्माता कंपनियां तेजी से प्रौद्योगिकी कंपनियों में बदल रही हैं. आज बननेवाली किसी भी कार में ढेर सारे कंप्यूटर लगे रहते हैं, इसलिए एप्पल को इस क्षेत्र में अच्छा प्रतिस्पर्धी माना जा सकता है.
वेबसाइट वायर्ड डॉट कॉम ने वाहनों पर शोध एवं उनका मूल्यांकन करनेवाली अमेरिकी कंपनी केली ब्लू बुक के वरिष्ठ विश्लेषक कार्ल ब्रायर के हवाले से कहा, मुङो समझ नहीं आ रहा कि एक वाहन निर्माता के रूप में आप जरा भी चिंतित क्यों नहीं हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि एप्पल अपनी इस परियोजना पर पांच अरब डॉलर तक खर्च कर सकती है. वाहन निर्माता बनने की ओर अग्रसर एप्पल अपनी इस बिल्कुल नयी कार पर सात से 10 वर्ष की अविध में दो से चार अरब डॉलर तक खर्च कर सकती है.