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एप्स विद एड खाते हैं ज्यादा बैटरी : रिसर्च

अगर आपके स्मार्टफोन में जरूरत से ज्यादा एप्प हैं, तो जरा सावधान हो जाइए. एक रिसर्च में सामने आया है कि जिन एप्स में विज्ञापन होते हैं, वे स्मार्टफोन की बैटरी की ज्यादा खपत कराते हैं. इसके अलावा वे फोन को स्लो करते हैं और मोबाइल डेटा का भी ज्यादा इस्तेमाल करते हैं. विज्ञापन वाले […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 17, 2015 1:05 PM
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अगर आपके स्मार्टफोन में जरूरत से ज्यादा एप्प हैं, तो जरा सावधान हो जाइए. एक रिसर्च में सामने आया है कि जिन एप्स में विज्ञापन होते हैं, वे स्मार्टफोन की बैटरी की ज्यादा खपत कराते हैं. इसके अलावा वे फोन को स्लो करते हैं और मोबाइल डेटा का भी ज्यादा इस्तेमाल करते हैं.

विज्ञापन वाले एप्स को वैज्ञानिकों ने टेस्ट किया तो पाया कि जिन एप्स में विज्ञापन होता है, वे 16 परसेंट बैटरी ज्यादा खर्च कराते हैं. इससे स्मार्टफोन की बैटरी औसत 2.5-2.1 घंटे तक कम हो जाती है.

साउथ कैरोलीना की रोचेस्टर इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी (आरआईटी) और कनाडा की क्वीन यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने कहा कि फोन में सीपीयू दिमाग की तरह होता है और विज्ञापन वाले एप्प ज्यादा दिमाग खाते हैं. ये एप्स औसतन 48 फीसदी ज्यादा सीपीयू टाइम को खर्च करते हैं.

कुछ मामलों में विज्ञापन वाले एप्स 100 प्रतिशत तक भी मोबाइल डेटा खर्च कराते हैं, क्योंकि उनका कॉन्टेंट भी डाउनलोड होता है. एक वैज्ञानिक विलियम ने टीम के साथ पिछले एक साल में करीब 21 टॉप एप्स को टेस्ट किया. इसमें गूगल प्ले की 30 कैटिगरीज के टॉप 400 एप्स को शामिल किया गया था.

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