नये फन फीचर्स के साथ मनोरंजक और ज्ञानवर्धक हुआ Google सर्च
आम तौर पर इंटरनेट से यदि कुछ सर्च करना हो या फिर कोई जानकारी हासिल करनी हो, तो आप लोगों के मुंह से ऐसा कहते सुन सकते हैं कि फलां चीज को आप गूगल से सर्च कर सकते हैं या इस संबंध में आप खास जानकारी गूगल से ले सकते हैं. यानी गूगल अब लोगों […]
आम तौर पर इंटरनेट से यदि कुछ सर्च करना हो या फिर कोई जानकारी हासिल करनी हो, तो आप लोगों के मुंह से ऐसा कहते सुन सकते हैं कि फलां चीज को आप गूगल से सर्च कर सकते हैं या इस संबंध में आप खास जानकारी गूगल से ले सकते हैं. यानी गूगल अब लोगों के बीच इंटरनेट से सर्च करने का पर्याय बन चुका है. अब तो गूगल सर्च की बजाय देशी भाषा में गूगलियाना भी कहा जाने लगा है. दुनिया के अनेक देशों में गूगल से जानकारी हासिल करने के भरोसे में हो रही बढ़ोतरी को देखते हुए कंपनी लगातार इसमें नये फीचर्स शामिल करती रहती है. इसी क्रम में गूगल ने हालिया बदलाव के तहत की नये फीचर्स शामिल किये हैं, जिन्हें आप काम करते समय भी देख सकते हैं.
आइ एम क्यूरियस
काम करते समय आप अपने काम से इतर की कुछ मजेदार या दिलचस्प जानकारी हासिल करना चाह रहे हों, जो आपका ज्ञानवर्धन भी कर सके, लेकिन आपको कोई खास सवाल नहीं सूझ रहा. ऐसे में अब आपको गूगल पर अंगरेजी में केवल ‘आइ एम क्यूरियस’ लिखना होगा. इसके बाद बारी-बारी से अनेक दिलचस्प जानकारियां आपके सामने प्रदर्शित होती रहेंगी. उदाहरणस्वरूप- दुनिया में सबसे लंबी ट्रेन की लंबाई कितनी है (हाउ लॉन्ग इज द लॉन्गेस्ट ट्रेन इन द वर्ल्ड). जवाब है – ’21 जून, 2001 को पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में न्यूमैन और पोर्ट हेडलैंड के बीच यह रिकॉर्ड कायम किया गया था. इन दोनों स्थानों की दूरी 275 किलोमीटर है. खनिज अयस्कों से भरे 682 वैगन्स को आठ जीइ एसी 6000 इंजनों ने खींचा था. इस ट्रेन की लंबाई 7.35 किलोमीटर थी.’ ‘द गार्जियन’ के एक लेख में सैमुअल गिब्स ने बताया है कि फैनेटिकल फैक्टफाइंडर्स यानी मजेदार तथ्यों को खोजनेवाले लोगों के लिए गूगल ने ‘आइ एम फीलिंग क्यूरियस’ फन फीचर्स लॉन्च किया है. गूगल ने इसमें तथ्यों को विवरण के तौर पर शामिल किया है. इससे यूजर्स को बहुत आसानी होगी. खासकर उन यूजर्स को, जिनके पाससमय कम है या जो यह जानना चाहते हैं कि दुनिया में क्या नया बदलाव हो रहा है.
फन फैक्ट्स
गूगल का लेटेस्ट ट्रिक यह है कि आप किस प्रकार अचरज भरी जानकारियों को झटके में हासिल कर सकते हैं यानी इसकेलिए आपको ज्यादा साइट भी खोलने की जरूरत नहीं है. ‘गूगल’ पर अंगरेजी में जैसे ही आप ‘फन फैक्ट्स’ लिखेंगे, आपकेसामने इस तरह के फैक्ट्स आ सकते हैं : ‘सेव कहां का मूल फल है?’ (व्हेयर वाज एप्पल इंडिजेनियस), जवाब आयेगा ‘इसकेपेड़ की उत्पत्ति सेंट्रल एशिया में हुई थी, जहां आज की तारीख में मूल्यूस और सिवेरसी के रूप में इसके जंगली वंशज पाये जाते हैं. सेव पिछले हजारों सालों से एशिया और यूरोप में उगाया जा रहा है और यूरोप के लोग इसे उत्तरी अमेरिका ले गये.’ एक फैक्ट्स के बाद लगातार आपके सामने यह प्रदर्शित होता रहेगा कि अगला सवाल पूछिये (आस्क अनोदर क्वेश्चन), लेकिन आपको कोई सवाल लिखना नहीं है. गूगल स्वत: नया सवाल और उसका जवाब आपको दर्शायेगा. उदाहरणस्वरूप : एक मील पैदल चलने में कितने डग भरने होते हैं यानी कितने स्टेप्स लेने होते हैं? जवाब हाजिर होगा- ‘आम तौर पर कहाजाता है एक मील पैदल चलने में इंसान को करीब 2,000 स्टेप्स लेने होते हैं. लेकिन यह आपके स्टेप की लंबाई पर निर्भर करता है. हो सकता है एक मील चलने के लिए आपको 2,500 स्टेप्स भी पूरे करने हों. जहां तक समय की बात है, तो ज्यादातर लोग 10 मिनट में 1,200 डग भरते हैं.
सटीक जवाब
मौजूदा युग सूचना का युग है. हर इंसान ज्यादा से ज्यादा सूचनाएं हासिल करना चाहता है. हालांकि, सूचना हासिल करनेके लिए आजकल अनेक स्रोत विकसित हो चुके हैं, लेकिन गूगल की विश्वसनीयता के कारण लोग इससे ज्यादा चीजें हासिलकरना चाहते हैं. समयाभाव के कारण कई बार लोगों के मन में जो सवाल पैदा होते हैं, उनका जवाब वे नहीं खोज पाते हैं. हां, यह बात अलग है कि यदि आप इस संबंध में और विस्तार से जानना चाहते हैं, तो फिर आपको अन्य साइटें भी खोलनीहोंगी. यह फीचर्स ज्यादातर उन लोगों के लिए बेहतरीन है, जिनके पास समय तो कमहै, लेकिन जानकारियां ज्यादा से ज्यादा चाहते हैं.