5G auction Today: आज मंगलवार को सुबह 10 बजे से लगभग 96,238 करोड़ रुपये के स्पेक्ट्रम की नीलामी शुरू हो रही है. दूरसंचार के दिग्गज कंपनियां 5G सर्विसेज प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण एयरवेव के कॉम्पिटिशन कर रही हैं. 5 जी ऑक्शन के लिए आठ बैंड रखे गए हैं जसमें उम्मीद है कि 3300 मेगाहर्ट्ज बैंड के लिए सबसे अधिक बोली लगाए जाए.
ध्यान देने वाली बात यह है कि पिछली स्पेक्ट्रम की नीलामी अगस्त 2022 में हुई थी, जिसमें पहली बार 5जी सेवाओं के लिए रेडियो तरंगें शामिल की गईं थीं. अब इस बार सरकार लगभग 96,317 करोड़ रुपये के आधार मूल्य पर मोबाइल फोन सेवाओं के लिए आठ स्पेक्ट्रम बैंड की नीलामी कर रही है. पीटीआई भाषा के एक रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘मौजूदा दूरसंचार सेवाओं को बढ़ाने और सेवाओं की निरंतरता बनाए रखने के लिए सरकार मंगलवार यानी 25 जून 2024 को स्पेक्ट्रम नीलामी रखी गई है. यह सभी नागरिकों को सस्ती, अत्याधुनिक उच्च गुणवत्ता वाली दूरसंचार सेवाएं प्रदान करने की सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप है.’’
स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए जियो ने दिए सबसे अधिक बयाना राशि
रिलायंस जियो ने स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए सबसे अधिक 3,000 करोड़ रुपये की बयाना राशि जमा की है. इस आधार पर कंपनी अधिकतम रेडियो तरंगों के लिए बोली लगा सकती है. दूरसंचार विभाग के मुताबिक भारती एयरटेल ने 1,050 करोड़ रुपये और वोडाफोन आइडिया (वीआईएल) ने 300 करोड़ रुपये की बयाना राशि जमा की है. कर्ज में डूबी वोडाफोन आइडिया लिमिटेड अपने स्पेक्ट्रम उपयोग शुल्क को कम करने के लिए विशेष रूप से 26 गीगाहर्ट्ज बैंड में रणनीतिक अधिग्रहण पर ध्यान केंद्रित कर सकती है.
5 जी सर्विसेज के लिए इन 8 बैंडों की हो रही नीलामी
गौरतलब है कि 800 मेगाहर्ट्ज, 900 मेगाहर्ट्ज, 1800 मेगाहर्ट्ज, 2100 मेगाहर्ट्ज, 2300 मेगाहर्ट्ज, 2500 मेगाहर्ट्ज, 3300 मेगाहर्ट्ज और 26 गीगाहर्ट्ज बैंड में उपलब्ध सभी स्पेक्ट्रम 10वीं नीलामी का हिस्सा हैं.