कई भारतीय इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स ने किया टोरेंट सर्च इंजन से करार

भारत से पायरेसी रोकने के नाम पर टोरेंट वेबसाइट्स सहित दूसरी होस्टिंग वेबसाइट्स बंद करने की कवायद चल रही है. हाल ही में मद्रास हाइ कोर्ट ने 830 वेबसाइट्स को ब्लॉक कराया है, लेकिन भारतीय इंटरनेट सर्विस प्रोवाइड करानेवाली कंपनियां यूजर्स के लिए टोरेंट और फास्ट बनाने की बात कर रही हैं. टोरेंटफ्रीक के मुताबिक, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 14, 2016 8:26 AM
भारत से पायरेसी रोकने के नाम पर टोरेंट वेबसाइट्स सहित दूसरी होस्टिंग वेबसाइट्स बंद करने की कवायद चल रही है. हाल ही में मद्रास हाइ कोर्ट ने 830 वेबसाइट्स को ब्लॉक कराया है, लेकिन भारतीय इंटरनेट सर्विस प्रोवाइड करानेवाली कंपनियां यूजर्स के लिए टोरेंट और फास्ट बनाने की बात कर रही हैं. टोरेंटफ्रीक के मुताबिक, कई भारतीय इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स ने टोरेंट सर्च इंजन Torbox के साथ करार किया है. इसके तहत यूजर्स को टोरेंट डाउनलोड के लिए ज्यादा स्पीड मिल सकेगी. इनमें एलाइंस ब्रॉडबैंड, एक्साइटेल, सिफी ब्रॉडबैंड, सिस्कॉन इनफोवे और ट्रू ब्रॉडबैंड शामिल हैं.
ऐसा करने के बाद जब इन कंपनियों से इंटरनेट सर्विस लेनेवाला यूजर अगर टॉरबॉक्स खोलेगा, तो टोरेंट फाइल्स उसके नजदीकी यूजर्स के हिसाब से दिखेंगे. यानी अगर आपके घर के पास वाले यूजर के पास वह टोरेंट फाइल होगी, तो वहां से फाइल्स डाउनलोडिंग शुरू होगी. जाहिर है इससे स्पीड बढ़ जायेगी. गौरतलब है कि टोरबॉक्स टोरेंट के लिए सर्च इंजन का काम करता है और जिन्होंने इससे करार किया है, उन्होंने इसके ट्रैफिक का फ्री कर दिया है. कंपनी का मानना है कि इसके तहत आइपी एड्रेस के जरिये ISP की पहचान होती है, एक ही नेटवर्क से टोरेंट पीयर कलेक्ट करती है.

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