आप भी जानिए आतंकवादियों के मस्तिष्क का अध्ययन के बाद वैज्ञानिकों ने क्या निकाला निष्कर्ष
वैज्ञानिकों ने यह समझने में सफलता प्राप्त की है कि एक आतंकवादी और एक सामान्य व्यक्ति के मस्तिष्क में क्या अंतर होता है. फेवोलोरो यूनिवर्सिटी के शोधार्थी अगस्टिन इबानेज और नेशनल साइंटिफिक एंड टेक्नोलॉजिकल रिसर्च काउंसिल के शोधार्थी एडोल्फो ग्रेसिया और इनके सहयोगियों ने मिलकर 66 आतंकवादियों के मस्तिष्क का अध्ययन किया है. इस अध्ययन […]
वैज्ञानिकों ने यह समझने में सफलता प्राप्त की है कि एक आतंकवादी और एक सामान्य व्यक्ति के मस्तिष्क में क्या अंतर होता है. फेवोलोरो यूनिवर्सिटी के शोधार्थी अगस्टिन इबानेज और नेशनल साइंटिफिक एंड टेक्नोलॉजिकल रिसर्च काउंसिल के शोधार्थी एडोल्फो ग्रेसिया और इनके सहयोगियों ने मिलकर 66 आतंकवादियों के मस्तिष्क का अध्ययन किया है.
इस अध्ययन के लिए आतंकवादियों का कॉग्निटिव फंक्शनिंग टेस्ट, इमोशन रिकग्निशन एसेसमेंट, मोरल जजमेंट टास्क और एग्रेशन के टेस्ट के लिए एसेसमेंट डिजाइन का इस्तेमाल किया गया. ‘नेचर ह्यूमन बिहेवियर’ के मुताबिक, आतंकवादी सामान्य लोगों के मुकाबले कहीं ज्यादा आक्रामक होते हैं और उन जगहों पर वे कहीं ज्यादा आक्रामक व्यवहार प्रदर्शित करते हैं, जहां ऐसे कृत्य के लिए पुरस्कार मिलने की संभावना होती है. इस दौरान सामान्य और आतंकवादियों के इंटेलेक्ट और एग्जक्यिूटिव फंक्शन और प्रतक्रियात्मक रूप से आक्रामक (रिएक्टिवली एग्रेसिव) बिहेवियर का भी अध्ययन किया गया, लेकिन यहां सामान्य व्यक्ति और आतंकवादियों के मस्तिष्क में कोई अंतर नहीं पाया गया.