AI Secrets Stealing: दुनिया भर में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी (एआई) यानी कृत्रिम मेधा की धूम है. डिजिटल दुनिया के कामों को आसान बनाने के लिए इसका इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है. लेकिन, अब एआई भी पूरी तरह सुरक्षित नहीं रह गया है. साइबर चोरों ने इसमें भी सेंध लगाना शुरू कर दिया है. खबर है कि चीन का एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर गूगल की एआई टेक्नोलॉजी में सेंध लगा दी है. इस चीनी चोर का नाम लिनवे डिंग है और यह करीब 38 साल का इंजीनियर है. आरोप है कि इस चीनी चोर ने गूगल के एआई टेक्नोलॉजी से जुड़ी हुई करीब 500 सीक्रेट फाइलों को चुरा लिया है. यह चोर इंजीनियर गूगल का पूर्व सॉफ्टेवयर इंजीनियर है और यह फिलहाल चीन की टेक कंपनी के लिए काम करता है.
AI Secrets Stealing: अमेरिका में अरेस्ट हुआ चीनी चोर
अमेरिका के अटॉर्नी जनरल मेरिक गारलैंड के हवाले से मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक, गूगल का पूर्व सॉफ्टेवेयर इंजीनियर चीन की दो कंपनियों के लिए खुफिया तरीके से काम कर रहा था. इन दोनों कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए वह गूगल की एआई टेक्नोलॉजी की चोरी कर रहा था. सॉफ्टवेयर चोर लिनवे डिंग को बुधवार को अमेरिका के कैलिफोर्निया में गिरफ्तार कर लिया गया है.
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AI Secrets Stealing: खुफिया तरीके से चीनी कंपनियों के लिए करता रहा काम
अमेरिका के अटॉर्नी जनरल मेरिक गारलैंड ने कहा कि चीनी सॉफ्टवेयर इंजीनियर लिनवे डिंग गूगल के नेटवर्क से सीक्रेट फाइलों को अपने प्राइवेट अकाउंट में ट्रांसफर कर रहा है. इस दौरान वह एआई इंडस्ट्री की चीनी कंपनियों के लिए भी खुफिया तरीके से काम कर रहा था. उन्होंने कहा कि जस्टिस डिपार्टमेंट एआई और अन्य एडवांस्ड टेक्नोलॉजीज की चोरी बर्दाश्त नहीं करेगा, जो राष्ट्रहित को खतरे में डाल सकती हैं. उन्होंने कहा कि हम अमेरिका में डेवलप संवेदनशील टेक्नोलॉजी की हर सूरत में सुरक्षा करेंगे. उन्होंने कहा कि उनका देश ऐसी टेक्नोलॉजी के दुरुपयोग को रोकने की हर प्रकार की कोशिश करेगा, ताकि वह गलत हाथों में न जा सके
AI Secrets Stealing: 10 साल की जेल और 2.5 लाख डॉलर का जुर्माना
चीन का नाम लिये बिना अमेरिकी जांच एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टीगेशन (एफबीआई) के निदेशक क्रिस्टोफर रे ने कहा कि लिनवे डिंग की गिरफ्तारी से यह साफ हो गया है कि पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की कंपनियों के लोग अमेरिकी इनोवेशन चुराने के लिए किसी भी हद को पार कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि अमेरिकी कंपनियों से इनोवेटिव टेक्नोलॉजी और ट्रेड सीक्रेट्स की चोरी से नौकरियों पर खतरा है. इससे अमेरिका की आर्थिक और राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है. बताया यह भी जा रहा है कि एआई टेक्नोलॉजी की चोरी के आरोप में अगर लिनवे डिंग दोषी करार किया जाता है, तो उसे अधिकतम 10 साल की जेल की सजा के साथ 2.5 लाख डॉलर का जुर्माना लगाया जा सकता है.
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AI Secrets Stealing: 2019 में गूगल से जुड़ा था चीनी चोर
मीडिया की खबरों में कहा जा रहा है कि सॉफ्टवेयर इंजीनियर लिनवे डिंग साल 2019 में गूगल के साथ जुड़ा था. वह गूगल के सुपरकम्प्यूटिंग डाटा सेंटर्स में इस्तेमाल किए जाने वाले सॉफ्टवेयर डेवलप करने का काम करता था. खबरों में कहा गया है कि उसने कथित तौर पर मई 2022 और मई 2023 के बीच गूगल की कॉन्फिडेंशियल जानकारी एक निजी क्लाउड अकाउंड में अपलोड करना शुरू कर दिया था. अपलोड की गई फाइलों में हार्डवेयर इन्फ्रास्ट्रक्चर और सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां थीं. इन्हीं फाइलों के माध्यम से गूगल सुपरकम्प्यूटिंग डाटा सेंटर्स में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बड़े और जटिल मॉडल्स को मशीन लर्निंग के जरिए ट्रेंड करता है.
AI Secrets Stealing: दिसंबर 2023 में इस्तीफे के बाद हुआ खुलासा
खबरों में बताया जा रहा है कि लिनवे डिंग ने दिसंबर 2023 में गूगल के सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद से इस्तीफा दे दिया. इसे पहले जून 2022 में चीन की टेक कंपनी बीजिंग रोंगशू लिआंझी टेक्नोलॉजी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने लिनवे डिंग से संपर्क किया था. इस कंपनी ने लिनवे डिंग को मुख्य तकनीकी अधिकारी के पर नियुक्त करने के साथ हर महीने 14,800 डॉलर की सैलरी देने का ऑफर दिया था. इतना ही नहीं, मई 2023 से कुछ पहले लिनवे डिंग ने चीन में खुद की एक टेक कंपनी भी खोली थी, जिसका नाम शंघाई झिसुआन टेक्नोलॉजी रखा था. आरोप है कि उसने इन दोनों ही कंपनियों के साथ अपने संबंध के बारे में गूगल को नहीं बताया और दिसंबर 2023 में गूगल से इस्तीफा दे दिया. उसके इस्तीफे के बाद जांच के दौरान उसकी चोरी की बात सामने आई.
AI Secrets Stealing: क्या कहती है गूगल
लिनवे डिंग पर एआई टेक्नोलॉजी चुराने के आरोप के बारे में गूगल के प्रवक्ता जोस कास्टानेडा का कहना है कि उसके इस्तीफे के बाद जांच के दौरान हमें पता चला कि उसने हमारे दस्तावेजों की चोरी की है. इसकी जानकारी मिलते ही हमने यह मामला लॉ एन्फोर्समेंट के पास भेज दिया. उन्होंने कहा कि खुफिया कॉमर्शियल जानकारी और ट्रेड सीक्रेट्स की सुरक्षा के लिए हम सख्त मानक अपनाते हैं. हम एफआई का आभार जताते हैं कि वह हमारी जानकारी सुरक्षित रखने में हमारी मदद कर रही है.