BSNL Free Services: महाकुंभ में श्रद्धालुओं के लिए बीएसएनएल का गिफ्ट; डेटा, कॉलिंग और ये सुविधाएं फ्री

BSNL Free Services in MahaKumbh Mela 2025: इस योजना के तहत, इच्छुक व्यक्ति डिजिटल सेवाओं के लिए 50 बेस ट्रांसीवर स्टेशन (बीटीएस) तक प्रायोजित कर सकते हैं.

By Rajeev Kumar | January 14, 2025 11:18 PM

BSNL Free Services in Maha Kumbh 2025: उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मेले में भाग ले रहे श्रद्धालुओं को मुफ्त कॉल, डेटा और एसएमएस की सुविधा प्रदान करने के लिए बीएसएनएल ने एक नयी डिजिटल सेवा योजना शुरू की है. इस योजना के तहत, इच्छुक व्यक्ति 50 बेस ट्रांसीवर स्टेशन (बीटीएस) तक डिजिटल सेवाओं के लिए प्रायोजित कर सकते हैं, ताकि श्रद्धालुओं को बेहतर नेटवर्क सेवा मिल सके और वे बिना किसी परेशानी के अपने संदेश और कॉल्स भेज सकें.

BSNL यूजर्स को भेजेगा मैसेज, जिसमें रहेंगे डीटेल्स

बीएसएनएल ने अपनी नयी योजना को चार प्रायोजन श्रेणियों में बांटा है. प्रत्येक श्रेणी में प्रायोजकों के नाम से जुड़े बीटीएस पर जुड़े सभी यूजर्स को एक एसएमएस भेजा जाएगा, जिसमें सेवा प्रायोजक का नाम और मुफ्त सेवाओं का विवरण होगा.

श्रेणी 1: ₹10,000 प्रतिदिन में एक बीटीएस के तहत मुफ्त वॉयस कॉल, डेटा और एसएमएस
श्रेणी 2 : ₹40,000 के निश्चित प्रायोजन के साथ सेवाएं
श्रेणी 3 : ₹90,000 प्रतिदिन में 30 बीटीएस की सेवाएं
श्रेणी 4 : ₹2,50,000 प्रतिदिन में 50 बीटीएस की सेवाएं

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BSNL Free Services in Maha Kumbh 2025 / BSNL@X

टेलीकॉम में क्या होता है बीटीएस?

टेलीकम्युनिकेशन में ‘बीटीएस’ का मतलब बेस ट्रांसीवर स्टेशन है, जो मोबाइल डिवाइस और सेलुलर नेटवर्क के बीच वायरलेस संचार को सक्षम बनाता है. यह एक महत्वपूर्ण उपकरण है, जो आपके फोन और नेटवर्क के बीच लिंक का कार्य करता है. बीटीएस के जरिये फोन कॉल्स, डेटा और अन्य मोबाइल सेवाएं उपलब्ध होती हैं. यह नेटवर्क के कवरेज क्षेत्र में संचार की गुणवत्ता और गति को बनाये रखने में मदद करता है.

क्या है महाकुंभ मेला?

महाकुंभ मेला का महात्म्य हिंदू पौराणिक कथाओं से जुड़ा हुआ है और यह विश्व का सबसे बड़ा सार्वजनिक आयोजन माना जाता है. यह मेला हर 12 साल में एक बार आयोजित होता है और इसमें लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं, जो गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम में पवित्र स्नान करने आते हैं. यह आयोजन सामूहिक विश्वास और धार्मिक श्रद्धा का अभूतपूर्व प्रदर्शन है, जो पूरे विश्व में अपनी विशिष्टता के लिए प्रसिद्ध है.
2025 का महाकुंभ मेला 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज में आयोजित हो रहा है, जिसमें लगभग 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है. इस दौरान लाखों लोग अपनी आस्था और विश्वास को व्यक्त करने के लिए संगम तट पर एकत्र होंगे. मेले के आयोजन को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने अस्थायी कुंभ जिला बनाया है, जो प्रशासनिक कार्यों के प्रबंधन को सुनिश्चित करेगा. सुरक्षा, स्वच्छता और यातायात व्यवस्था सहित अन्य जरूरी सुविधाओं का ध्यान रखते हुए मेले के दौरान एक बेहतर अनुभव देने की कोशिश की जाएगी. महाकुंभ मेला न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह एक सांस्कृतिक और सामाजिक समागम का भी प्रतीक है.

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