Data Privacy Day 2025: हर साल 28 जनवरी को डेटा प्राइवेसी डे (Data Privacy Day) मनाया जाता है, जो हमें यह याद दिलाता है कि हमारे पर्सनल डेटा की सुरक्षा कितनी जरूरी है. आज की तारीख में इस दिन के महत्व में और वृद्धि हो गई है क्योंकि डिजिटल दुनिया तेजी से बढ़ रही है और पर्सनल जानकारी ऑनलाइन हो रही है.
अगर गलत हाथों में पड़ गई जानकारी…
आजकल इंटरनेट का इस्तेमाल हर किसी की जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है. हम अपनी निजी जानकारी सोशल मीडिया पर शेयर करते हैं, ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं, बैंकिंग ट्रांजैक्शन करते हैं और काम के लिए भी कई डिजिटल प्लैटफॉर्म्स का उपयोग करते हैं. इस सब के बीच हमारी व्यक्तिगत जानकारी, जैसे कि नाम, पता, फोन नंबर, क्रेडिट कार्ड डीटेल्स और जिओ-लोकेशन पर कंपनियां, हैकर्स और अन्य पार्टीज के लिए टार्गेट हो सकती है. अगर यह जानकारी गलत हाथों में पड़ जाए, तो हमारे लिए गंभीर परिणाम हो सकते हैं.
क्या होता है आपके डेटा का?
हैकिंग, डेटा ब्रीच और साइबर अपराधों के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है. डेटा चोरी करने वाले हैकर्स व्यक्तिगत जानकारी को बेचने, धोखाधड़ी करने और पहचान की चोरी करने का प्रयास करते हैं. इसके अलावा, कई कंपनियां हमारे डेटा का उपयोग करके अपनी मार्केटिंग स्ट्रैटेजी बनाती हैं और कई बार बिना हमारी सहमति के हमारी जानकारी का व्यापार भी करने लगती हैं.
कैसे रहें सुरक्षित?
डेटा प्राइवेसी डे इस बात काे टार्गेट करता है कि हम अपनी जानकारी की सुरक्षा को गंभीरता से लें. मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें, अपने सोशल मीडिया खातों को सुरक्षित रखें और किसी भी संदेहास्पद लिंक या मेल से बचें. साथ ही, यह भी जरूरी है कि हम यह जानें कि हम अपनी जानकारी किसे दे रहे हैं और किसे नहीं.
हमारी डिजिटल पहचान की रक्षा का सवाल
अब डेटा की सुरक्षा केवल एक व्यक्तिगत जिम्मेदारी नहीं, बल्कि यह हमारी डिजिटल पहचान और हमारे अधिकारों की रक्षा का सवाल बन गया है. इसलिए, इस डेटा प्राइवेसी डे पर हम सब को यह समझना होगा कि हमारे डेटा की सुरक्षा सिर्फ हमारी नहीं, बल्कि हमारे समाज की भी सुरक्षा है.
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