Google ने प्रामाणिक सूचना को बढ़ावा देने के लिए निर्वाचन आयोग से मिलाया हाथ, एआई कंटेंट की पहचान करने में मिलेगी मदद

Google: अधिक संख्या में लोगों के एआई का इस्तेमाल करने के विषय पर गूगल ने कहा कि यह ऐसी प्रक्रियाएं तैयार कर रही है जो यूजर्स को एआई कंटेंट की पहचान करने में मदद करेगी.

By Vikash Kumar Upadhyay | March 12, 2024 9:44 PM

Google: अल्फाबेट इंक के स्वामित्व वाली कंपनी गूगल ने प्रामाणिक सूचना को बढ़ावा देने और लोगों को मतदान से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी ‘गूगल सर्च’ एवं ‘यूट्यूब’ पर आसानी से ढूंढने में मदद करने के लिए निर्वाचन आयोग से हाथ मिलाया है. एक ब्लॉग पोस्ट में मंगलवार को कहा गया कि आगामी चुनावों के दौरान झूठी सूचना के प्रसार की रोकथाम और एआई के जरिये उत्पन्न डेटा का उपयोग करने से जुड़े उपाय भी ‘सर्च इंजन’ ने किये हैं.

गूगल ने कहा है कि इसके उत्पादों को चुनाव से जुड़े विभिन्न विषयों पर आधिकारिक सूचना बढ़ाने की विशेषताओं से लैस किया गया है. इसने कहा, ‘‘हम मतदान के बारे में गूगल सर्च पर अंग्रेजी और हिंदी में महत्वपूर्ण जानकारी ढूंढने में लोगों की सहायता के लिए सहयोग कर रहे हैं. इन जानकारियों में, पंजीकरण कैसे करें और मतदान कैसे करें शामिल हैं.’’

अधिक संख्या में लोगों के एआई का इस्तेमाल करने के विषय पर गूगल ने कहा कि यह ऐसी प्रक्रियाएं तैयार कर रही है जो यूजर्स को एआई कंटेंट की पहचान करने में मदद करेगी. इसने कहा, ‘‘अधिक विज्ञापनदाताओं द्वारा एआई की शक्ति और अवसर का लाभ उठाये जाने पर, हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हम अधिक पारदर्शिता और विषय पर सभी जानकारियों के साथ लोगों को निर्णय लेने में सक्षम बनाने के लिए आवश्यक जानकारी प्रदान करते रहें.’’

गूगल ने कहा, ‘‘हमारी विज्ञापन नीतियां पहले से ही, गुमराह करने वाली ‘डीपफेक’ या छेड़छाड़ की गई कंटेंट के उपयोग को निषिद्ध करती हैं.’’ गूगल ने इस बारे में कड़ी नीतियां एवं पाबंदियां निर्धारित की हैं कि चुनाव संबंधित विज्ञापन उसके मंचों पर कौन जारी कर सकता है. इनमें निर्वाचन आयोग द्वारा पहचान का सत्यापन, प्रमाणन और अधिकृत किया जाना शामिल है. पीटीआई भाषा इनपुट के साथ.

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