Beware: पार्ट टाइम जॉब का लालच देकर सॉफ्टवेयर इंजीनियर के अकाउंट से उड़ाये 18 लाख रुपये

Online Part Time Job Fraud - जिसके साथ यह धोखाधड़ी हुई, वह पीड़ित व्यक्ति एक मल्टीनैशनल कंसल्टेंसी और आईटी सर्विसेज कंपनी के लिए काम करता है. अपनी शिकायत में शख्स ने बताया है कि उसे होटलों की रेटिंग के बारे में एक पार्ट-टाइम जॉब का मैसेज व्हाट्सऐप पर मिला था.

By Rajeev Kumar | December 10, 2023 7:28 AM

Part Time Job Scam : खबर देश की आर्थिक राजधानी मुंबई से है. एक 33 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर को पार्ट टाइम जॉब का लालच दिया गया. उसने दिया गया टास्क पूरा किया और 1500 रुपये कमाये, वहीं इसके थोड़ी ही देर बाद उसके बैंक अकाउंट से 18 लाख रुपये उड़ गये. मामले की जानकारी पाते ही क्राइम ब्रांच की साइबर पुलिस मामले की जांच कर रही है और बैंकों को पत्र लिखकर अपराध में इस्तेमाल किये गए सात बैंक खातों को फ्रीज करने के लिए कहा है.

अंग्रेजी अखबार ‘द टाइम्स ऑफ इंडिया’ की एक खबर के अनुसार, एक पुलिस सूत्र ने कहा कि जिसके साथ यह धोखाधड़ी हुई, वह पीड़ित व्यक्ति एक मल्टीनैशनल कंसल्टेंसी और आईटी सर्विसेज कंपनी के लिए काम करता है. अपनी शिकायत में शख्स ने बताया है कि उसे होटलों की रेटिंग के बारे में एक पार्ट-टाइम जॉब का मैसेज व्हाट्सऐप पर मिला था.

Also Read: WhatsApp Tips: सिर्फ चैटिंग ही नहीं, व्हाट्सऐप की मदद से कर सकते हैं ये 5 अमेजिंग काम

आरोपियों ने उसे बताया कि उनकी कंपनी को कई होटलों को प्रोमोट करने का कॉन्ट्रैक्ट मिला है और वह पार्ट-टाइम जॉम में रुचि रखने वाले लोगों की तलाश कर रही है. पुलिस ने कहा कि आरोपी ने एक होटल के बारे में डीटेल वाला एक लिंक भेजा और शिकायतकर्ता से उसे रेटिंग देने के लिए कहा.

शिकायतकर्ता को होटल रेटिंग का स्क्रीनशॉट लेने और उसी व्हाट्सऐप नंबर पर भेजने के लिए कहा गया. शिकायतकर्ता ने रेटिंग दी और निर्देशों का पालन किया, यह मानते हुए कि यह एक प्रामाणिक काम था. उसे यह जानकर आश्चर्य हुआ कि उन्हें एक होटल को रेटिंग देने और उसका स्क्रीनशॉट भेजने के लिए 200 रुपये का भुगतान किया गया था. अगले छह लेनदेन में, शिकायतकर्ता को 1300 रुपये मिले.

Also Read: Cyber Attack: कनाडाई सेना की वेबसाइट हैक, भारत पर फिर लगे आरोप

इसके बाद आरोपी ने उसे अपना टेलीग्राम अकाउंट बनाने और उनके ग्रुप में शामिल होने का निर्देश दिया. इसमें शामिल होने पर इंजीनियर को ‘पेड टास्क’ स्कीम की पेशकश की गई. यदि वह निवेश करता, तो उसे अधिक कार्य पूरे करने को मिलते और वह अधिक पैसा कमा सकता था.

आरोपी ने एक लिंक भेजा, शिकायतकर्ता को अपना लॉगिन और पासवर्ड दिया जहां वह लॉग-इन के बाद अपने नाम पर एक वर्चुअल वॉलेट देख सकता था. इंजीनियर ने पैसा निवेश किया और बटुए में अपना निवेश और लाभ देख सकता था. फिर इंजीनियर ने अधिक भुगतान वाले कार्य पाने और अधिक लाभ कमाने के लिए निवेश करना शुरू कर दिया.

शिकायतकर्ता ने कुल मिलाकर 18.34 लाख रुपये का निवेश किया और अपने वर्चुअल वॉलेट में अधिक लाभ देख सकते हैं. जब उसने अपनी कमाई अपने बैंक खाते में ट्रांसफर करनी चाही, तो उसका पैसा ट्रांसफर नहीं हो सका. तब उसे यह एहसास हुआ कि उसके साथ ठगी हो गई है और तब तक काफी देर हो चुकी थी.

Next Article

Exit mobile version