Indus Appstore की लॉन्चिंग से हुई शुरुआत, भारतीय टेक इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप कर रही सरकार
Indus Appstore: लॉन्चिंग में दूरसंचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सरकार देश में भारतीय मोबाइल फोन ब्रांड विकसित करने पर काम कर रही है.
Indus Appstore: गूगल के प्लेस्टोर को भारत में टक्कर देने के लिए फोनपे (PhonePe) ने प्लान इंडस ऐप स्टोर को भारत में 21 फरवरी को लॉन्च कर दिया है. आपको बता दें कि यह एक एंड्रॉयड-बेस्ड मार्केटप्लेस है और इस ऐप को कंस्यूमर्स के लिए उपलब्ध करा दिया गया है. इस ऐप स्टोर पर अंग्रेजी के अलावा 12 भारतीय भाषाओं में ऐप लिस्टेड है. ऐसे ऐप के बारे में कंपनी ने लॉन्च के वक्त दावा किया है कि इसमें 45 अलग-अलग कैटीगरी में करीब 2 लाख से भी ज्यादा मोबाइल ऐप्स और गेम्स जोड़े जा चुके हैं. इस ऐप में यूजर्स को हिंदी और इंग्लिश समेत कुल 12 भाषाओं का सपोर्ट मिलेगा, जिसमें भारत की कई क्षेत्रीय भाषाएं भी शामिल हैं. आपको बताते डलें कि ऐप स्टोर के बिजनेस में फोनपे के आने से गूगल की टेंशन बढ़ गई है, क्योंकि एंड्रॉयड यूजर्स अभी ऐप डाउनलोड करने के लिए गूगल प्ले स्टोर का इस्तेमाल ज्यादा किया करते हैं.
भारतीय मोबाइल फोन ब्रांड विकसित करने की दिशा में काम
आपको जानकारी केलिए बता दें कि इंडस ऐप स्टोर के लॉन्चिंग में दूरसंचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव भी मौजीद थे. वैष्णव ने इस लॉन्चिंग इवंट में कहा कि सरकार देश में मोबाइल विनिर्माण की व्यापक सफलता से सीख लेकर एक भारतीय मोबाइल फोन ब्रांड विकसित करने पर काम कर रही है.इसके साथ ही वैष्णव ने फोनपे की तरफ से इंडस ऐप स्टोर को पेश करते हुए कहा कि सरकार बहुत जल्द दो-तीन सेमीकंडक्टर विनिर्माण संयंत्रों को मंजूरी दे सकती है.
इस मौके पर वैष्णव ने कहा, ‘‘हम अपना खुद का भारतीय मोबाइल फोन ब्रांड विकसित करने की दिशा में काम करेंगे. हम देश में संपूर्ण हैंडसेट पारिस्थितिकी तंत्र बनाने पर काम करेंगे.’’ वैष्णव ने कहा, ‘‘बड़े पैमाने पर मोबाइल विनिर्माण की हमारी शुरुआती सफलता ने हमें बहुत अच्छी सीख दी है. इसने उद्योग को बहुत आत्मविश्वास दिया है. इसने पारिस्थितिकी तंत्र भागीदारों को भारत आने के लिए प्रोत्साहन दिया है. अगले पांच वर्षों में यह सफर तय किया जाएगा.’’
भारत का सेमीकंडक्टर मिशन
सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र के विकास के लिए एक बहुत स्पष्ट खाका दिया है. उन्होंने और आगे कहा, ‘‘हमने अपना भारत सेमीकंडक्टर मिशन शुरू किया और हमें पहले ही बहुत अच्छी सफलता मिल चुकी है. माइक्रोन संयंत्र पहले से ही निर्माणाधीन है.’’, वैष्णव ने यह भी कहा, ‘‘बहुत कम समयसीमा में हमें दो या तीन और स्वीकृतियां भी देखने को मिलेंगी.’’ उन्होंने आगे कहा कि सरकार अगले पांच वर्षों में तीन-चार अच्छे, उच्च मात्रा वाले फैब्रिकेशन संयंत्र स्थापित करने, एक खास मुकाम बनाने और कम-से-कम एक उत्पाद श्रेणी में अग्रणी भूमिका हासिल करने पर विचार कर रही है.
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