Malware Alert: तीन साल में छह गुना बढ़ा डेटा चोरी करनेवाले मैलवेयर का खतरा
Malware Alert: साइबर सुरक्षा कंपनी कैस्पर्स्की ने जानकारी दी है कि पिछले तीन साल में आंकड़े चोरी करने वाले मैलवेयर से प्रभावित उपकरणों की संख्या छह गुना से अधिक बढ़ गई है.
Malware Alert: पिछले तीन वर्षों में आंकड़े चोरी करने वाले मैलवेयर से प्रभावित उपकरणों की संख्या छह गुना से अधिक बढ़ गई है. साइबर सुरक्षा कंपनी कैस्पर्स्की ने यह जानकारी दी. कैस्पर्स्की के आंकड़ों के मुताबिक आंकड़ा चोरी करने वाले मैलवेयर से प्रभावित व्यक्तिगत और कॉरपोरेट उपकरणों की संख्या 2023 में बढ़कर एक करोड़ हो गई. यह पिछले तीन वर्षों में 643 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है.
उपभोक्ताओं और व्यवसायों को आंकड़े चोरी करने वालों से पैदा होने वाले खतरों का उल्लेख करते हुए कैस्पर्स्की ने कहा कि 2023 में ऐसे हमलों की संख्या लगभग 1.6 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है. पिछले तीन वर्षों में आंकड़े चोरी करने वाले मैलवेयर से प्रभावित उपकरणों की संख्या छह गुना से अधिक बढ़ गई है. साइबर सुरक्षा कंपनी कैस्पर्स्की ने यह जानकारी दी है.
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कैस्पर्स्की के आंकड़ों के मुताबिक, आंकड़ा चोरी करने वाले मैलवेयर से प्रभावित व्यक्तिगत और कॉरपोरेट उपकरणों की संख्या 2023 में बढ़कर एक करोड़ हो गई. यह पिछले तीन वर्षों में 643 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है. उपभोक्ताओं और व्यवसायों को आंकड़े चोरी करने वालों से पैदा होने वाले खतरों का उल्लेख करते हुए कैस्पर्स्की ने कहा कि 2023 में ऐसे हमलों की संख्या लगभग 1.6 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है.
कैस्पर्स्की की रिपोर्ट में कहा गया है कि साइबर अपराधी प्रत्येक प्रभावित उपकरण से औसतन 50.9 लॉग-इन क्रेडेंशियल चुराते हैं. इनमें सोशल मीडिया, ऑनलाइन बैंकिंग सेवाओं, क्रिप्टो वॉलेट और ईमेल सहित विभिन्न ऑनलाइन सेवाओं के लिए लॉग-इन की जानकारी शामिल हो सकती हैं.
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कैस्पर्स्की डिजिटल फुटप्रिंट इंटेलिजेंस के साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ सर्गेई शचरबेल ने कहा कि इन सूचनाओं की कीमत आम तौर पर प्रति लॉग फाइल 10 अमेरिकी डॉलर से शुरू होती हैं. आंकड़ों के अनुसार, पिछले पांच वर्षों में दुनिया भर में 4.43 लाख वेबसाइटों पर सफल साइबर हमले हुए. इनमें डॉट कॉम डोमेन खातों की संख्या सबसे अधिक है.