सूर्य से निकला भारी मात्रा में solar flare, उपग्रह संचार पर असर पड़ने की आशंका, जानें CESSI की रिपोर्ट
सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन स्पेस साइंसेज (CESSI, सीईएसएसआई) ने कहा है कि सूर्य से बुधवार को विपुल सौर चमक पैदा हुई जिससे उपग्रह संचार एवं वैश्विक स्थैतिकी प्रणाली पर प्रभाव पड़ने का खतरा मंडराने लगा है.
सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन स्पेस साइंसेज (CESSI, सीईएसएसआई) ने कहा है कि सूर्य से बुधवार को विपुल सौर चमक (solar flare) पैदा हुई जिससे उपग्रह संचार एवं वैश्विक स्थैतिकी प्रणाली पर प्रभाव पड़ने का खतरा मंडराने लगा है.
कोलकाता स्थित भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान में सीईएसएसई के एसोसिएट प्रोफेसर एवं समन्वयक दिब्येंदु नंदी ने कहा, ‘सौर मैग्नेटिक सक्रिय क्षेत्र ए आर 12992 से समन्वित सार्वभौमिक समय तीन बजकर 57 मिनट पर एक्स 2.2 श्रेणी की सौर चमक पैदा हुयी.’
सौर चमक ऊर्जा का इतना सशक्त उद्गार है जो रेडियो संचार, इलेक्ट्रिक बिजली ग्रिड, नौवहन सिग्नल पर असर डाल सकता है एवं अंतरिक्षयान एवं अंतरिक्ष यात्रियों के लिए खतरा पैदा कर सकता है. इस चमक को एक्स श्रेणी में रखा जाता है जो सबसे तीक्ष्ण चमक है. आंकड़ा इसकी ताकत के बारे में और सूचना उपलब्ध करता है.
सीईएसएसआई ने ट्वीट किया, ‘भारत,दक्षिणपूर्व एशिया एवं एशिया- प्रशांत क्षेत्र में मजबूत आयन मंडलीय उभार जारी है. उच्च बारम्बारता संचार रूकावट, सेटेलाइट विसंगति आ सकती है तथा जीपीएस प्रस्फुरण, विमान संचार पर असर पड़ सकता है.’
नंदी ने कहा कि सीईएसएसआई ने 18 अप्रैल को एक्स श्रेणी की चमक के उत्पन्न होने का अनुमान लगाया था, अब सीईएसएसआई में वैज्ञानिक इस चमक के प्रभाव का अध्ययन कर रहे हैं.