PUBG MOBILE: भारत सरकार (Govt Of India) ने सितंबर 2020 में ‘डिजिटल स्ट्राइक’ करते हुए दुनियाभर में लोकप्रिय गेमिंग ऐप पबजी समेत 118 मोबाइल ऐप को बैन कर दिया था. जिसके बाद ये इंडिया में गूगल के प्ले स्टोर और ऐपल ऐप स्टोर से गायब हो गये. इससे कई पैरेंट्स को काफी राहत मिली. लेकिन बैन होने के बावजूद भी ये गेम न सिर्फ बच्चे खेल रहे हैं बल्कि इसे खेलते हुए आक्रामक और हिंसक भी हो रहे हैं.
बीते बुधवार को एक ऐसा ही मामला सामने आया है. गोपालगंज में ऑनलाइन गेम ‘पबजी’ खेलने के दौरान विवाद होने पर एक 10वीं के छात्र की उसकी दोस्तों ने ही गला दबाकर हत्या कर दी. गेम खेलने दौरान होने वाले विवाद, मर्डर या फिर आत्महत्या जैसे कई मामले आये दिन सामने आते रहते हैं. अब सवाल यह है ऐसे गेम बैन होने के बाद भी बच्चे इसे कैसे अपने फोन में इंस्टॉल कर रहे हैं और इसे खेल रहे हैं. इन्हीं बातों की पड़ताल करती पेश है Prabhat Khabar की रिपोर्ट.
साइबर एक्सपर्ट का कहना है कि सरकार ने भले ही पबजी को मोबाइल के प्ले स्टोर और ऐप स्टोर से हटवा दिया, लेकिन न गेम के सर्वर बंद करवाये और न ही देश के आइएसपी (इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर, जैसे- वोडाफोन, एयरटेल, जियो) को ऑर्डर दिया कि वो गेम सर्वर की आइपी (इंटरनेट प्रोटोकॉल) को ब्लॉक करें. यही वजह है कि गेम चलता ही जा रहा है. हालांकि इस बीच यूजर्स को थोड़ी-सी दिक्कत हुई. असल में पबजी ने कुछ टाइम पहले एक बड़ी अपडेट निकाली थी, जिसके बाद उन एंड्रॉयड और आइओएस फोन में भी गेम चलना बंद हो गया, जिनमें पहले से पड़ा था. मगर फिर भी गेम नहीं रुका.
एंड्रॉयड फोन पर आप ऐप्लीकेशन गूगल प्ले स्टोर के अलावा किसी भी वेबसाइट या फिर थर्ड-पार्टी ऐप स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं. इसलिए अपडेट आने के बाद लोगों ने पबजी की वेबसाइट से ही एपीके फाइल निकाल ली. ऐसे में न उन्हें वीपीएन की जरूरत पड़ी और न ही इससे कोई फर्क कंपनी को पड़ा.
वनप्लस, शाओमी, सैमसंग, रियलमी, मोटोरोला, आसुस, ऑप्पो, वीवो, इनफिनिक्स- सब पर चल रहा है. रही बात आइफोन पर पबजी डालने की, तो लोग इसके लिए दो तरीके अपना रहे हैं. पहला है ऐप स्टोर पर अपनी लोकेशन बदलकर और दूसरा है किसी दूसरे कंट्री के अड्रेस वाली ऐपल आइडी बनाकर.
पबजी खेलने में माहिर और कई गेमिंग एप के जानकार बिट्टू कुमार कहते हैं कि एंड्रॉयड फोन पर आप ऐप्लीकेशन गूगल प्ले स्टोर के अलावा किसी भी वेबसाइट या फिर थर्ड-पार्टी ऐप स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं. इसलिए अपडेट आने के बाद लोगों ने पबजी की वेबसाइट से ही एपीके फाइल निकाल ली. वहीं निशांत शर्मा बताते हैं कि देश में पबजी का कारवां चलता ही जा रहा है. जिन लोगों ने गेम के बैन होने का जश्न मनाया था, वो बेकार ही साबित हो रहा है. अगर सरकार सच में गेम को बैन करना चाहती है, तो इसे आइएसपी के जरिये गेम के सर्वर बंद करवाने पड़ेंगे.
‘डिजिटल स्ट्राइक’ के दौरन जब पबजी को बैन करने की खबर आयी तो अक्षय कुमार ने एक नये गेम FAU-G (फौजी) के बारे में बताया, जिसे एनकोर नाम की इंडियन गेमिंग कंपनी ने बनायी है. पबजी मोबाइल ने बैन हटवाने के लिए अपने चाइनीज पब्लिशर टेनसेंट को बाय-बाय बोल दिया. सरकार ने कहा कि इतना काफी नहीं है.
प्राइवसी, सुरक्षा और डेटा प्रोटेक्शन को लेकर अभी भी काफी दिक्कत हैं. कॉल ऑफ ड्यूटी, लूडो किंग, गरेना फ्री फायर पर डाउनलोड की भरमार आने लगी. गेम स्ट्रीम करने वाले यू-ट्यूबर पबजी छोड़कर दूसरे गेम पर पहुंच गये. इसी बीच PC गेम में Fall Guys ने पॉपुलैरिटी बटोरी और मोबाइल गेम में Among Us का बोलबाला हो गया. मगर इस सबके दौरान पबजी कभी बंद ही नहीं हुआ.
Posted By: Utpal kant