Tariff Hike: जियो और एयरटेल ने अपने टेलीकॉम प्लान्स के टैरिफ बढ़ा दिये हैं. जियो ने जहां इसकी पहल करते हुए अपने प्रीपेड और पोस्टपेड प्लान्स 12 से 25 प्रतिशत तक महंगे कर दिये हैं, वहीं उसकी सबसे बड़ी कंपीटिटर एयरटेल ने अपने प्लान्स की कीमतों में 11 से 21 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की है. जियो ने जहां गुरुवार, 27 जून की शाम को अपने टैरिफ बढ़ाने का ऐलान किया, वहीं एयरटेल ने इसके अगले ही दिन यानी शुक्रवार, 28 जून की सुबह अपने रीचार्ज प्लान्स की कीमतें बढ़ाने की घोषणा की. ये नयी रिवाइज कीमतें 3 जुलाई, 2024 से प्रभावी होंगी.
एयरटेल और जियो ने कितने महंगे किये प्लान्स?
एयरटेल ने अपने एंट्री लेवल 179 रुपये के प्लान की कीमत बढ़ाकर 199 रुपये कर दी है. वहीं, 455 रुपये के प्लान के लिए अब 599 रुपये देने होंगे. इसी तरह 1,799 रुपये वाले प्लान की कीमत भी बढ़कर 1,999 रुपये हो गई है. कंपनी ने अपने सभी प्रीपेड और पोस्टपेड प्लान्स महंगे कर दिये हैं. दूसरी ओर, जियो ने भी लगभग सभी प्लान्स के रेट्स बढ़ा दिये हैं. सबसे कम रिचार्ज की कीमत बढ़ाकर 19 रुपये की जा रही है. यह एक जीबी डेटा ऐड ऑन पैक है, जिसकी कीमत पहले 15 रुपये थी. वहीं, जियो के 75 जीबी पोस्टपेड डेटा प्लान की कीमत 399 रुपये से बढ़कर 449 रुपये हो गई है.
Tariff Hike: एयरटेल, जियो द्वारा टैरिफ बढ़ोतरी क्या सच में जरूरी थी?
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पहला सवाल जो दिमाग में आता है, वह यह कि आखिर टेलीकॉम कंपनियों को यह फैसला ऐसे समय क्यों लेना पड़ा. इसका सीधा जवाब है कि टेलीकॉम ऑपरेटर अपने औसत राजस्व प्रति उपयोगकर्ता (ARPU) में सुधार करना चाहते हैं. ‘एवरेज रेवेन्यू पर यूजर’ किसी भी टेलीकॉम कंपनी की फाइनेंशियल हेल्थ को आंकने का एक जरिया होता है. इसके जरिये हम यह जान सकते हैं कि कंपनी मुनाफे में है या घाटे में चल रही है.
टेलीकॉम कंपनियों द्वारा टैरिफ में बढ़ोतरी पहले से अपेक्षित थी. हमने पहले ही आपको बताया था कि लोकसभा चुनावों के बाद टेलीकॉम कंपनियां अपने टैरिफ महंगे कर सकती हैं. एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस क्षेत्र में शुल्क वृद्धि का भारती एयरटेल को सबसे ज्यादा फायदा हो सकता है. आखिरी बार दिसंबर, 2021 में शुल्क में करीब 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई थी.
भारत की दूसरी सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी के लिए प्रति ग्राहक औसत राजस्व (एआरपीयू) का खाका पेश करते हुए ब्रोकरेज नोट में कहा गया कि भारती एयरटेल का मौजूदा एआरपीयू 208 रुपये वित्त वर्ष 2026-27 के अंत तक 286 रुपये तक पहुंचने की संभावना है. रिपोर्ट में कहा गया, हमें उम्मीद है कि भारती एयरटेल का ग्राहक आधार प्रति वर्ष करीब दो प्रतिशत की दर से बढ़ेगा, जबकि उद्योग में प्रति वर्ष एक प्रतिशत की वृद्धि होगी.
भारती एयरटेल के मुखिया सुनील भारती मित्तल पहले से कहते रहे हैं कि वह इंडस्ट्री के लिए ग्रेटर फाइनेंशियल हेल्थ चाहते हैं क्योंकि इसमें बहुत पूंजी खर्च हो रही है, इसलिए औसत राजस्व प्रति यूजर में बढ़ोतरी जरूरी है. उनके मुताबिक एआरपीयू 200 रुपये से बढ़ कर 300 रुपये तक होना चाहिए. एयरटेल देश की दूसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी है, जिसके पास 26.7 करोड़ से अधिक उपभोक्ता हैं. वहीं, देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी जियो का यूजरबेस 47.2 करोड़ है.