दिग्गज प्रौद्योगिकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के प्रमुख सत्या नडेला ने बुधवार को कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) से संबंधित नियमों और अन्य मानदंडों पर भारत और अमेरिका के बीच सहयोग बढ़ाने की वकालत की. भारत में पले-बढ़े नडेला ने कहा कि एआई पर भारत और अमेरिका के बीच व्यापक साझेदारी से आर्थिक वृद्धि के समान वितरण में भी मदद मिल सकती है.
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नडेला ने यहां माइक्रोसॉफ्ट के एक कार्यक्रम में शिरकत करते हुए कहा कि एआई एक शक्तिशाली नई प्रौद्योगिकी है जिसे दुनिया के हर कोने में तेजी से ‘प्रसारित’ करने की जरूरत है. भारत की दो दिवसीय यात्रा पर आए नडेला ने कहा, “मुझे लगता है कि खास तौर पर भारत और अमेरिका के लिए यह जरूरी है कि वे इस पर सहयोग करने में सक्षम हों और संबंधित मानदंडों एवं नियमों को तय करें.”
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वह कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर अमेरिका और भारत के बीच सहयोग से जुड़े एक सवाल का जवाब दे रहे थे. इस मौके पर नडेला ने यह ऐलान भी किया कि माइक्रोसॉफ्ट वर्ष 2025 तक भारत में 20 लाख लोगों को एआई में दक्ष बनने के अवसर मुहैया कराएगी. उन्होंने भारत को उच्च वृद्धि दर वाले बाजारों में से एक बताते हुए कहा कि एआई देश में जीडीपी वृद्धि को गति देने में मदद कर सकती है.
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