What Is Airtel AI Powered Spam Detection Solution: भारती एयरटेल का नाम हमारे देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनियों में शामिल है. इसके पास लगभग 39 करोड़ ग्राहकों का यूजर बेस है. यह कंपनी वैसे तो अपने यूजर्स की सुविधा का ध्यान रखती ही है, लेकिन इसके बावजूद लाखों मोबाइल यूजर्स हर दिन स्पैम कॉल्स और मैसेज से दो-चार होते हैं. देश की दूरसंचार नियामक ट्राई भी इस समस्या की रोकथाम के लिए लगातार प्रयासरत है. ट्राई ने इस समस्या पर लगाम लगाने के लिए टेलीकॉम कंपनियों को कई बार सख्त चेतावनी और कड़े कदम उठाने का निर्देश दिये हैं.
26 सितंबर की मध्यरात्रि से होगी शुरुआत
भारती एयरटेल ने इसी दिशा में काम करते हुए फर्जी कॉल औरव संदेशों पर लगाम लगाने के लिए अपने नेटवर्क पर कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) आधारित प्रौद्योगिकी लागू करने की पूरी तैयारी कर रही है. कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) गोपाल विट्टल ने बताया है कि इस प्रौद्योगिकी की शुरुआत 26 सितंबर की मध्यरात्रि से की जाएगी, जो उपयोगकर्ताओं को संभावित फर्जी (स्पैम) कॉल व संदेशों के बारे में सचेत करेगी.
निःशुल्क होगी सुविधा
विट्टल ने कहा, ऐसे कई संकेतक हैं जिनके आधार पर हमने ये फर्जी गिरोह चलाने वालों की पहचान की है. हमने एआई से लैस स्पैम डिटेक्शन समाधान विकसित किया है. यह दो मिलीसेकंड में 1.5 बिलियन कॉल्स का विश्लेषण करता है और डायलर पर उपयोगकर्ताओं को सचेत करता है. उन्होंने कहा कि यह सुविधा एयरटेल के सभी स्मार्टफोन उपयोगकर्ताओं के लिए निःशुल्क होगी.
संदिग्ग्ध लिंक से भी मिलेगी सुरक्षा
विट्टल ने बताया कि यह प्रौद्योगिकी स्वयं कॉल को ब्लॉक नहीं करेगी, बल्कि उसे ब्लॉक करने का निर्णय उपयोगकर्ता को लेना होगा, क्योंकि कभी-कभी वास्तविक कॉल भी फर्जी कॉल के तौर पर प्रदर्शित हो जाती हैं. एयरटेल की ओर से यह भी बताया गया है कि यह नयी टेक्नोलॉजी यूजर्स को केवल स्पैम कॉल और मैसेज से ही नहीं बचाएगी, बल्कि उन्हें एसएमएस में मिलने वाले संदिग्ध लिंक के बारे में भी अलर्ट करेगी.
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