थापरनगर के पास 10 फीट धंसी निर्माणाधीन रेललाइन, दिल्ली-हावड़ा लाइन पर भी खतरा

हावड़ा-नयी दिल्ली ग्रैंड कॉर्ड सेक्शन पर स्थित थापरनगर स्टेशन के पास श्यामपुर में मंगलवार की अलस्सुबह तेज आवाज के साथ करीब 100 मीटर की परिधि में 10 फीट जमीन धंस गयी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 10, 2020 6:09 AM

निरसा : हावड़ा-नयी दिल्ली ग्रैंड कॉर्ड सेक्शन पर स्थित थापरनगर स्टेशन के पास श्यामपुर में मंगलवार की अलस्सुबह तेज आवाज के साथ करीब 100 मीटर की परिधि में 10 फीट जमीन धंस गयी. घटना में एमपीएल की निर्माणाधीन रेलवे लाइन का बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया. भू-धंसान से निर्माण कार्य प्रभावित हुआ है. धंसे रेलवे ट्रैक से महज 20 मीटर की दूरी पर हावड़ा-नयी दिल्ली ग्रैंड कॉर्ड लाइन है.

दरार ग्रैंड कॉर्ड सेक्शन की ओर भी बढ़ रही है. घटना की सूचना मिलते ही आसनसोल रेल मंडल, एमपीएल, इसीएल के अधिकारी, निरसा अंचलाधिकारी एमएन मंसूरी और थाना प्रभारी सुभाष सिंह मौके पर पहुंच गये. ट्रैक पर खतरे की आशंका को देखते हुए रेलवे ने ट्रेनों की गति कम कर 30 किलोमीटर प्रतिघंटा कर दी है.

इस बाबत सूचनात्मक जानकारी वाला बोर्ड ग्रैंड कॉर्ड की दोनों पटरियों के बीचों-बीच लगाया गया है. रेलवे ने चार गैंगमैनों को भी घटनास्थल पर तैनात किया है, ताकि दरार का दायरा बढ़े तो त्वरित कदम उठाया जा सके. आसनसोल रेल मंडल की तकनीकी टीम हालात पर नजर बनाये हुए है. क्षेत्र में बड़े पैमाने पर होने वाला कोयला का अवैध उत्खनन भू-धंसान का कारण बताया जा रहा है. जिस जगह जमीन धंसी है, वहां से काफी करीब 700-800 की आबादी वाला श्यामपुर गांव बसा है. घटना के बाद ग्रामीणों में भी दहशत है.

आउटसोर्सिंग कंपनियों की ब्लास्टिंग से कांपती है धरती : कोलियरियों के राष्ट्रीयकरण से पूर्व प्राइवेट कंपनियों ने चार तल्ला (डोली) तक काेयला खनन किया. करीब 10 वर्षों तक इसीएल ने भी उत्खनन किया. इसीएल के काम बंद करने के बाद करीब 8-10 वर्षों तक बड़े पैमाने पर इलाके में कोयला का अवैध उत्खनन किया गया. कोयला चोरों ने जमीन खोखली कर छोड़ दी. जानकारों की मानें तो यहां कार्य कर रही कई आउटसोर्सिंग कंपनियां हैवी ब्लास्टिंग करती हैं. इससे जमीन में कंपन होता है. जमीन खोखली होने के चलते यहां अक्सर भू-धंसान की घटना सामने आती है.

posted by : Pritish Sahay

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