यूपी से गोपालगंज होकर मालदह जा रहे 10 संदिग्ध पकड़ाये,पुलिस ने किया क्वारेंटिन
गोपालगंज लॉकडाउन के बीच कोरोनों के मरीजों के मिलने पर बिहार-यूपी की सीमाएं सील कर दी गयी है. जिला का बॉर्डर भी सील कर दिये जाने का दावा जिला प्रशासन ने किया है, लेकिन इन सब के बीच दूसरे प्रदेशों के संदिग्ध व्यक्ति हर रोज कैसे प्रवेश कर जा रहे हैं. शुक्रवार को उत्तर प्रदेश […]
गोपालगंज लॉकडाउन के बीच कोरोनों के मरीजों के मिलने पर बिहार-यूपी की सीमाएं सील कर दी गयी है. जिला का बॉर्डर भी सील कर दिये जाने का दावा जिला प्रशासन ने किया है, लेकिन इन सब के बीच दूसरे प्रदेशों के संदिग्ध व्यक्ति हर रोज कैसे प्रवेश कर जा रहे हैं. शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के रास्ते से होकर गोपालगंज में प्रवेश किये 10 संदिग्ध व्यक्तियों को ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना देकर पकड़वा दिया है. नगर थाने की पुलिस ने यह कार्रवाई थावे रोड में की है. लोगों की माने तो सभी बाहर के रहनेवाले हैं.
वहीं पुलिस ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि यूपी के देवरिया से साइकिल से असम के मालदह जा रहे थे. पुलिस के मुताबिक सभी फेरीवाले हैं. हालांकि स्थानीय लोगों ने जब पुलिस को इसकी सूचना दी, तो जमाती बतायी. लोगों का कहना था थावे के रास्ते से होकर सभी साइकिल से शहर की ओर बढ़ रहे थे. अचानक 10 संदिग्ध व्यक्तियों को देख इसकी सूचना नगर थाने की पुलिस को दी गयी. पुलिस पहुंची और एंबुलेंस भी साथ लेकर आयी. जिसके बाद सदर अस्पताल में सभी को लाया गया. स्क्रीनिंग कराने के बाद डीएवी हाइस्कूल में क्वारेंटिन कर दिया गया.
पुलिस की सुरक्षा में सभी लोगों को डीएवी हाइस्कूल में ही रखा गया है. संकट में सुरक्षा, लॉकडाउन की उड़ी धज्जियां कोरोना की रोकथाम के लिए डीएम अरशद अजीज ने सभी सीमाओं को सील करा दिया है. यूपी-बिहार के बॉर्डर पर डीएम व एसपी मनोज कुमार तिवारी ने गुरुवार की शाम में निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान पैदल भी आनेवाले लोगों को प्रवेश नहीं करने की हिदायत पुलिसकर्मियों को दी गयी थी. इन सब के बीच मालदह के लोग कैसे प्रवेश कर गये.
यूपी पुलिस की सख्ती पर भागे फेरीवाले डीएवी हाइस्कूल में पहुंचकर खाना खाने के बाद मालदा के फेरीवाले से बातचीत की गयी, जिसमें पता चला कि यूपी के देवरिया में पुलिस ने कोरोना को लेकर पूरी तरह से सख्ती बढ़ा दी है. पुलिस की सख्ती के बाद वहां रहनेवाले लोग बिहार के तरफ चले आ रहे हैं. मालदा के रहनेवाले सभी लोग पुलिस पुलिस की सख्ती पर निकलने के लिए मजबूर हुए.