झारखंड : 100 हथियारबंद नक्सलियों ने मैगजीन हाउस से लूटे डेटोनेटर, दहशत में ग्रामीण
पश्चिमी सिंहभूम के नोवामुंडी क्षेत्र स्थित मैगजीन हाउस से 100 की संख्या में आये नक्सलियों की दस्ते ने केवल डेटोनेटर लूटा. इससे पूर्व मुख्य सड़क पर पर्चा छोड़कर भूमिगत विस्फोटक लगाने की चेतावनी देते हुए ग्रामीणों को यहां से दूर रहने की चेतावनी दी थी. इस घटना के बाद ग्रामीण दहशत में हैं.
नोवामुंडी (पश्चिमी सिंहभूम), अजय सिंह : पश्चिमी सिंहभूम के नोवामुंडी थाना स्थित बड़ाजामदा ओपी क्षेत्र के बालजोड़ी और मेरेलगड़ा स्थित डीके घोष के दो मैगजीन हाउस गोदाम से भारी मात्रा में डेटोनेटर (ईडी और ओडी) और कोडेक्स फ्यूज हथियारबंद नक्सलियों ने लूट लिये हैं. घटना गुरुवार देर रात की है. इस घटना को प्रतिबंधित भाकपा माओवादी नक्सली संगठन ने अंजाम दिया है. घटना में लगभग एक सौ की संख्या में महिला और पुरुष नक्सली शामिल थे.
विस्फोटक लूटकर मैगजीन हाउस के बाहर फेंक दिया बक्शा
नक्सलियों ने हथियार के बल पर पहले बालजोड़ी स्थित मैगजीन हाउस को लूटा. इसके बाद यहां से डेढ़ किलोमीटर दूर मेरेलगड़ा मैगजीन हाउस से विस्फोटक लूट लिये. बालजोड़ी मैगजीन हाउस से डेटोनेटर लूटने के बाद नक्सलियों ने मैगजीन हाउस के बाहर 50 से अधिक छोटी-बड़ी खाली पेटी फेंक दिया. घटनास्थल से पुलिस ने नक्सलियों का एक जिंदा कारतूस भी बरामद किया है.
गांव के प्राइवेट सुरक्षा गार्ड के भरोसे है मेगजीन हाउस की सुरक्षा
बालजोड़ी और मेरेलगड़ा मैगजीन हाउस की सुरक्षा प्राईवेट गार्ड करते हैं. बालजोड़ी मैगजीन हाउस में सुरक्षा गार्ड के तौर पर नकुल चातोम्बा, सिंगराय चातोम्बा, जोजो चातोम्बा, सोमा पूर्ति व चोरण कार्यरत हैं. मेरेलगड़ा मैगजीन हाउस में कपिल चातोम्बा, सुरीन चातोम्बा, कोयना चातोम्बा बिना किसी शस्त्र के तैनात किये गये हैं. मैगजीन हाउस की कमजोर सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी नक्सलियों को थी. इसी बात का फायदा नक्सलियों ने उठाया. घटना को अंजाम देने से पहले नक्सलियों ने दोनों मैगजीन हाउस की घेराबंदी योजनाबद्ध तरीके से की. पहले पूरे क्षेत्र को अपने कब्जे में ले लिया. इसके बाद हथियार के बल पर मैगजीन हाउस से डेटोनेटर लूटा गया. कितनी मात्रा में डेटोनेटर लूटा गया है. इसका अभी आकलन नहीं हो पाया है.
खोजी कुत्ता और मेटल डिटेक्टर के सहारे चल रहा है जांच अभियान
एसडीपीओ अजीत कुमार कुजूर के नेतृत्व में पुलिस व सीआरपीएफ के जवान खोजी कुत्ता और मेटल डिटेक्टर के सहारे सर्च आपरेशन चला रहे हैं. पुलिस मामले की जांच कर रही है. मैगजीन हाउस वर्ष 2008 से स्थापित है. घटनास्थल से पुलिस ने तीन डेटोनेटर व एक कारतूस बरामद किया है.
क्या है मामला
गार्ड नकुल चातोम्बा के मुताबिक, गुरुवार की रात करीब साढ़े नौ बजे एक सौ से अधिक सशस्त्र नक्सली का दस्ता मैगजीन हाउस पहुंचा. दस्ते में महिला नक्सली भी वर्दी में अत्याधुनिक हथियार और डंडे से लैस थी. यहां पहुंचते ही गार्ड को कब्जा में लेकर सभी मैगजीन हाउस में घुस गये. नक्सलियों का दस्ता सबसे पहले सुरक्षा में तैनात तीन सुरक्षाकर्मी का हाथ और आंख कपड़ा से बांधकर जमीन पर लिटा दिया. शोर मचाने पर नक्सलियों ने गोली मारने की धमकी दी. इसके बाद मैगजीन रूम का ताला तोड़कर विस्फोटक से भरे बक्शे को बाहर निकाला. बक्शे से डेटोनेटर समेत अन्य विस्फोटक निकाल कर नक्सली अपने साथ ले गये. नक्सलियों ने बालजोड़ी गांव को चारों तरफ से घेर रखा था.
किसी के साथ नक्सलियों ने मारपीट नहीं की
नक्सलियों ने पहले ही सुरक्षा गार्ड जोजो चातोम्बा, सिंगराय चातोम्बा, चोरण बरजो और सोमा पूर्ति का मोबाइल अपने कब्जा में लिया था. जिसे वे अपने साथ ले गये. सुरक्षा कर्मियों का पारंपरिक हथियार, टार्च, ब्लूटूथ साउंड सिस्टम, स्टील मग आदि भी नक्सली अपने साथ ले गये. गार्ड चोरण बरजो का पैसा नक्सलियों ने वापस कर दिया. इस दौरान नक्सलियों ने किसी के साथ मारपीट नहीं की.
मैगजीन हाउस झारखंड और ओडिशा के खदानों को सप्लाई करता है विस्फोटक
इस मैगजीन हाउस से झारखंड और ओडिशा के विभिन्न खदानों में विस्फोटक सप्लाई की जाती है. नक्सलियों ने सिर्फ डेटोनेटर ही लूटा. मैगजीन हाउस से विस्फोटक जेल, बारूद आदि को नहीं ले गये. सारे विस्फोटक बच गये.
पर्चा छोड़ स्थानीय लोगों को दूर रहने की दी थी चेतावनी
नक्सलियों ने घटनास्थल से कुछ दूरी पर स्थित मुख्य सड़क पर लकड़ी डालकर आवागमन अवरोध कर दिया था. यहां एक बंद कार्टून रख दिया. कई पर्चे भी छोड़े. पर्चे में नक्सलियों ने लिखा कि युद्व अभियान जारी है. ग्रामीणऔरव स्कूली छात्र-छात्राएं सड़क के आसपास गतिविधि नहीं करें. यहां भूमिगत विस्फोटक लगाया गया है. कृप्या यहां से आगे नहीं जायें. वापस लौट जाने की बात लिखी हुई थी.
सुरक्षा गार्ड की चली गयी नौकरी, परिवार के समक्ष भूखमरी की स्थिति
नक्सलियों द्वारा इस घटना को अंजाम देने से लगभग 20 ग्रामीणों की नौकरी चली गयी है. दोनों मैगजीन हाउस में 10-10 ग्रामीण चौकीदार की नौकरी करते थे. इस घटना के बाद उनका रोजगार छीन गया है. जिससे मैगजीन हाउस में सुरक्षा की जिम्मेवारी संभाल रहे गार्ड के परिवार के समक्ष भूखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है.
Also Read: चतरा : जमीन विवाद में प्रदीप यादव की गयी जान, पुलिस ने महिला सहित 5 आरोपियों को किया गिरफ्तार