बंगाल विभाजन के खिलाफ पारित प्रस्ताव के विरोध में 23 को दार्जिलिंग बंद, ममता बनर्जी ने दी चेतावनी
ममता बनर्जी ने कहा कि वह किसी ‘जबरन बंद’ की अनुमति नहीं देंगी. उन्होंने प्रशासन से स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए जरूरी कदम उठाने को कहा है. मुख्यमंत्री ने चुनौती देते हुए कहा, बंगाल का विभाजन नहीं होगा. तोड़ने की कोशिश करने वालों का मोहभंग होगा. मैं अशांति नहीं होने दूंगी, यह मेरी चुनौती है.
Darjeeling Bandh: गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (गोजमुमो) और हमरो पार्टी ने ‘पश्चिम बंगाल को विभाजित करने की किसी भी कोशिश’ के विरुद्ध विधानसभा से पारित किये गये प्रस्ताव के खिलाफ 23 फरवरी को दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में 12 घंटे के बंद का आह्वान किया है. इस बीच, मंगलवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उत्तर बंगाल पहुंचीं. मुख्यमंत्री ने सिलीगुड़ी स्थित कंचनजंघा स्टेडियम में प्रशासनिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया और इस दौरान ही उन्होंने बंगाल विभाजन की मांगों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि बंगाल का विभाजन नहीं होगा. हम ऐसा नहीं होने देंगे.
‘जबरन बंद’ की अनुमति नहीं : ममता बनर्जी
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि वह किसी भी ‘जबरन बंद’ की अनुमति नहीं देंगी. उन्होंने प्रशासन से स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए जरूरी कदम उठाने को कहा है. मुख्यमंत्री ने चुनौती देते हुए कहा : बंगाल का विभाजन नहीं होगा. तोड़ने की कोशिश करने वालों का मोहभंग होगा. मैं अशांति नहीं होने दूंगी, यह मेरी चुनौती है. सीएम ने साफ कर दिया कि वह अशांति पैदा करने वालों को बर्दाश्त नहीं करेंगी.
पहाड़ पर हो रहा है सरकार के पारित प्रस्ताव का विरोध
गौरतलब है कि सोमवार को ही विधानसभा में बंगाल के विभाजन के खिलाफ प्रस्ताव पारित हुआ है. लेकिन पहाड़ के राजनीतिक दल इसका विरोध कर रहे हैं. आरोप है कि भाजपा उन्हें भड़का रही है. बंगाल बंटवारे पर आंदोलनकारियों को मुख्यमंत्री ने कहा : कभी-कभी कुछ लोग पहाड़ों में जाग जाते हैं. विकास के लिए नहीं जागे. बंद करने के लिए जागे हैं. बंगाल का कोई विभाजन नहीं होगा.
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23 फरवरी से शुरू हो रही हैं माध्यमिक की परीक्षाएं
छात्रों को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिया कि 23 फरवरी से माध्यमिक परीक्षाएं शुरू हो रही हैं. यदि कोई बंगाल विभाजन को लेकर आंदोलन करेगा, तो वह कानून का पालन करेगा. अगर कोई कानून अपने हाथ में लेता है, तो उसके खिलाफ प्रशासन सख्ती से कार्रवाई करेगा. मुख्यमंत्री ने दावा किया कि पहाड़ियों की बदहाली को ‘बदनाम’ किया जा रहा है. उनका सवाल, पहाड़ों में क्या हुआ? क्या कोई विकास बाकी है? कोई कहता है, पहाड़ों में कुछ नहीं हुआ. साथ ही उनका संदेश, ‘दक्षिण बंगाल और उत्तर बंगाल अलग नहीं हैं, एक बंगाल, पश्चिम बंगाल है.’
गोजमुमो व हमरो पार्टी ने दार्जिलिंग बंद का किया आह्वान
उल्लेखनीय है कि विधानसभा ने राज्य को विभाजित करने की किसी भी कोशिश के विरुद्ध सोमवार को एक प्रस्ताव पारित किया था. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इसे ‘राजनीतिक स्टंट’ बताया था. इस प्रस्ताव के खिलाफ गोजमुमो और हमरो पार्टी से गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन के 9 सभा सदस्य मंगलवार सुबह भूख हड़ताल पर बैठ गये.
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हमरो पार्टी के चीफ बोले
हमरो पार्टी के प्रमुख अजय एडवर्ड्स ने कहा : गोजमुमो और हमरो पार्टी ने पश्चिम बंगाल के विभाजन के विरुद्ध विधानसभा से पारित किये गये प्रस्ताव के खिलाफ 23 फरवरी को दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में 12 घंटे के बंद का आह्वान किया है. उन्होंने कहा : पर्वतीय क्षेत्र के लोग स्थायी राजनीतिक समाधान चाहते हैं. भाजपा नीत केंद्र सराकर को हमारी मांग पर अवश्य गौर करना चाहिए. गौरतलब है कि इस पर्वतीय क्षेत्र में बंद का आह्वान 2017 के आंदोलन के छह साल बाद किया गया है. यहां 2017 में पृथक राज्य की मांग के साथ 104 दिन तक आंदोलन चला था.