कानपुर में 12वीं का छात्र मोबाइल पर ऑनलाइन गेम खेल रहा था. इसी दौरान उसे पिता के अकाउंट से 50 हजार रुपए निकल गए. सोमवार को डरा सहमा छात्र अपना घर छोड़कर कहीं चला गया. हालांकि उसके बैग एक लेटर मिला है. इस लेटर में उसने अपने परिवार को लेकर काफी बातें लिखी हैं. दरअसल, बिहार के छपरा निवासी नितेश कुमार आर्डनेंस फैक्टरी में मशीन ऑपरेटर हैं. वह परिवार के साथ कानपुर में ही रहते हैं. उनके परिवार में पत्नी, तीन बेटियां और इकलौता बेटा नितिन कुमार (17) है. नितिन 12वीं कक्षा में पढ़ रहा है. सोमवार को नितिन अचानक घर से लापता हो गया. घर नहीं आने पर परिजनों ने उसकी काफी तलाश की, लेकिन उसका कहीं कुछ पता नहीं चल पाया. परिजनों ने नितिन के लापता होने की जानकारी पुलिस को दी. मंगलवार सुबह पुलिस ने छात्र का कमरा चेक किया. इस दौरान उसके स्कूल बैग की भी तलाशी ली गई. उसके बैग में एक पत्र मिला. इसमें उसने बड़ी गलती होने की बात लिखी थी. पुलिस ने जांच की तो सामने आया कि 50 हजार रुपए किसी अनन्या पांडेय नाम की लड़की के अकाउंट में स्थानान्तरण किए गए हैं.
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अनन्या नाम की आईडी से नितिन चैट कर रहा था. पुलिस नितिन के सोशल मीडिया अकाउंट, इंस्टाग्राम आदि के बारे में जानकारी जुटा रही है. जांच में सामने आया कि अनन्या ने नितिन से एक लाख रुपए की मांग की थी. 80 हजार उसने ऑनलाइन पेमेंट कर दिए थे. पहले अर्मापुर और अब दिल्ली में रहने वाले एक दोस्त से नितिन ने 30 हजार रुपए मांगे थे. वहीं परिजनों का कहना है कि अमन नाम के किसी लड़के का फोन आने के बाद नितिन घर से निकला था. वहीं एडीसीपी पूर्वी आकाश पटेल के बताया कि पिता के मोबाइल पर गेम खेलते समय उससे 50 हजार का ऑनलाइन फ्रॉड हो गया था. इससे छात्र डर गया. डर के कारण वह घर छोड़कर चला गया. नितिन से पहले भी ऑनलाइन गेम खेलते वक्त धोखाधड़ी का शिकार हुआ था. इस पर पिता ने उसे डांट लगाई थी. 14 से 15 जनवरी के बीच नितिन फिर से ऑनलाइन ठगी का शिकार हुआ था.
बता दें कि बैग से मिले पत्र में नितिन ने लिखा है कि पापा मम्मी और मेरी प्यारी बहनों. आई लव यू अपना ख्याल रखना और मम्मी पापा का भी ख्याल रखना. प्रिया दी नाना नानी और सभी को तुम संभाल लेना. पापा आज मुझसे फिर से गलती हो गई. मुझे पता है कि आप दो-तीन दिन गुस्सा करते फिर नार्मल हो जाते हैं. पर मैं आज अपनी नजरों में ही गिर गया हूं. पापा मम्मी को संभालिएगा और अब उनकी आंख में आंसू नहीं आने दीजिएगा. प्रिया दी तुम्हें आईएएस बनते नहीं देख पाया, सॉरी, प्रीती दी तुम्हें इंजीनियर बनते नहीं देख पाया, सॉरी. और मेरी सबसे प्यारी बहन कशिश को डॉक्टर बनता हुआ. पापा खुश रहा करिए आपकी हंसी बहुत प्यारी है. मम्मा आप तो मेरी एंजिल हैं पर आज की गलती के कारण मैं आपसे नजरें नहीं मिला पाऊंगा. मम्मा प्लीज रोइएगा मत. लव यू ऑल. मम्मी मैंने सुसाइड लगाने की बहुत कोशिश की, कर नहीं पाया. मैं नहर में कूद कर खुद को मार लूंगा. अपना ख्याल रखना आप लोग.